जीत की हैट्रिक से वंचित रह गए कई दिग्गज
बक्सर। निकाय चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने का सपना कई दिग्गजों का पूरा नहीं हुआ। वैसे लो
बक्सर। निकाय चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने का सपना कई दिग्गजों का पूरा नहीं हुआ। वैसे लोगों को तीसरी बार अपना प्रतिनिधि बनाने से बेहतर मतदाताओं ने नए चेहरे को मौका दिया है। वार्ड नंबर 15 के उम्मीदवार धीरज कुमार वार्ड 23 से दो बार चुनाव जीत चुके थे। वार्ड महिला आरक्षित होने के कारण वार्ड बदल कर चुनाव लड़ रहे थे। यहां धीरज को सफलता नहीं मिली। हालांकि, 23 से अपनी मां कमला देवी को जिताने में सफल रहे। वार्ड संख्या 11 से मालती देवी दो बार चुनाव जीत चुकी थी। इस बार अपने पति छोटक शर्मा के लिए सीट छोड़ दी थी। पति तो चुनाव जीत गए, लेकिन स्वयं वार्ड 12 से हार कर हैट्रिक नहीं लगा पाई। वार्ड नंबर बीस की प्रत्याशी निर्मला देवी जो कभी निर्विरोध चुनाव जीत वार्ड पार्षद बनी थीं। इस बार उनका अपना गढ़ ध्वस्त हो गया। मोहल्ले के नौजवान सोनू राय ने 167 वोट के अंतर से हरा दिया। वार्ड नंबर 17 के उम्मीदवार भरत सोनार पुराना हटाओ नए लाओ की हवा में उड़ गए। हैट्रिक लगाने का उनका सपना अधूरा रह गया। यहीं हाल वार्ड 19 से दो बार चुनाव जीते प्रत्याशी सुनील तिवारी का रहा। वार्ड बदल 18 सें चुनाव लड़ना उनके हक में अच्छा नहीं रहा। उनका भी हैट्रिक लगाने का सपना पूरा नहीं हुआ। वार्ड नंबर 25 की उम्मीदवार बुधिया देवी को इस बार अपने गढ़ में ही मात खानी पड़ी। तीसरी बार चुनाव जीतने के मंसूबों पर पानी फिर गया। उसी तरह वार्ड 24 की सबसे उम्रदराज महिला प्रत्याशी राजवंती देवी जो दो बार चुनाव जीत चुकी थी, इस बार चुनाव हारकर हैट्रिक से वंचित रह गई। इन प्रत्याशियों की हार नगर के चौक-चौराहों पर चर्चा का विषय रहा।