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लॉकडाउन-4 में राहत के साथ धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी जिदगी - न्

बक्सर दो महीने घरों में कैद रहने के दौरान लोगों ने कोरोना के साथ जीना और आगे बढ़ना स

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 05:38 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 06:12 AM (IST)
लॉकडाउन-4 में राहत के साथ धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी जिदगी - न्
लॉकडाउन-4 में राहत के साथ धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी जिदगी - न्

बक्सर : दो महीने घरों में कैद रहने के दौरान लोगों ने कोरोना के साथ जीना और आगे बढ़ना सीख लिया है। इसकी बानगी बाजार में दिख रही है। लॉकडाउन-4 में राहतों के साथ जैसे ही कुछ दुकानों के खुलने की छूट मिली, शहर का माहौल बदलने लगा है। कारोबार भी तेजी से गति पकड़ रही है, हालांकि अभी ग्रामीण इलाकों के ग्राहक नहीं पहुंच पा रहे हैं। दो महीने के लॉकडाउन के दौरान कोरोना से लंबी लड़ाई के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त किया गया। सड़कों में वाहनों की संख्या भी बढ़ गई हैं और स्टेशन पर रोज ट्रेनों का आवागमन शुरू हो गया है। हालांकि, जिन बंदिशों के साथ ई रिक्शा के परिचालन को अनुमति दी गई्, शहर में उसका घोर उल्लंघन हो रहा है। लॉकडाउन-4 में विभिन्न क्षेत्रों में हुए बदलाव की एक झलक।

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बढ़ी जांच की गति, दोगुना हुआ सैंपल

लॉकडाउन के आज दो माह पूरे हो गए। इस दो माह में जिले ने बहुत कुछ देखा। हालांकि, अब जीवन पटरी पर आने लगी है। इन दो माह में बक्सर ने कोरोना के खिलाफ बेहतर लड़ाई लड़ी है। कोरोना की लड़ाई में प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के बेहतर समन्वय का नतीजा है कि यहां कोरोना क्वारंटाइन हो गया है। इस दौरान जांच की गति बढ़ी और सैंपल लिया जाने का आंकड़ा बढ़ा तो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ। आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक यहां से 1635 लोगों का सैंपल एकत्र कर जांच के लिए पटना भेजा गया है। जिसमें 65 को छोड़ दें तो शेष सभी की रिपोर्ट आ चुकी है।

बढ़े आइसोलेशन वार्ड और क्वारंटाइन सेंटर

दो माह में सरकार ने कभी पंचायत स्तर पर तो कभी प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बना वहां संदिग्धों को रखने का निर्देश दिया। मई में प्रवासियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ तो क्वारंटाइन सेंटरों को और बढ़ाने के निर्देश दिए गए। वहीं, दूसरी तरफ आइसोलेशन वार्ड की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई। डीपीआरओ कन्हैया कुमार कहते हैं वर्तमान में यहां कुल 52 पंचायत स्तरीय एवं 347 प्रखंड स्तरीय कुल 399 क्वारंटाइन सेंटरों पर 22 हजार 384 प्रवासी कामगार रह रहे हैं। सबसे बड़ी बात कि इनके आने का सिलसिला आज भी जारी है। अब सरकार के नए निर्देश के अनुसार रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को ही क्वारंटाइन सेंटरों में रखना है।

पॉजिटिव मरीजों की संख्या, ठीक हुए मरीज

शुक्रवार की रात एक साथ 14 कोरोना मरीजों के पॉजिटिव आने के बाद जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 113 तक पहुंच गई है। प्रवासियों के आने के बाद कोरोना का यह संक्रमण डुमरांव के नया भोजपुर से निकलकर नावानगर, ब्रह्मपुर होते हुए अब राजपुर और इटाढ़ी तक में पहुंच गया है। इनमें जिले में संक्रमण के पहले चेन के अंतर्गत संक्रमित हुए नया भोजपुर के कुल 56 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, 57 मरीज अभी भी एक्टिव की श्रेणी में हैं। बता दें कि जिले में कोरोना का प्रवेश जमातियों के माध्यम से हुआ था और अब प्रवासियों के माध्यम से इसका विस्तार हो रहा है।

अस्पताल में बढ़े दूसरे मरीज, होने लगे ऑपरेशन

कोरोना के शुरूआती दौर में अस्पतालों में ओपीडी को बंद कर दिया गया था। ऐसे में मरीजों का इलाज भी एक तरह से बंद हो गया। हालांकि, अब धीरे-धीरे एक तरफ जहां बाजार आदि खुलने लगे हैं। वहीं, अस्पतालों में भी अन्य बीमारियों का इलाज प्रारंभ हो गया है। यहां सदर अस्पताल को ही लें तो यहां ओपीडी का संचालन शुरू हो गया है, जिसमें मरीजों के आने का सिलसिला भी प्रारंभ है। यही नहीं, चिकित्सा पदाधिकारी बताते हैं कि सिजेरियन टाइप के ऑपरेशन भी सदर अस्पताल में चालू हो गए हैं। इसका लाभ मरीजों को मिलने लगा है।

बिजली की खपत में साढ़े दस प्रतिशत की बढ़ोत्तरी

धीरे-धीरे व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को मिली छूट के बाद से बिजली की खपत में बढ़ोतरी होनी शुरू हो गई है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इसमें लगभग 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

बक्सर ग्रिड में पिछले महीने बिजली की डिमांड 38.5 मेगावॉट की हो रही थी। जो अब बढ़कर 41.98 मेगावॉट की हो गई है। दरअसल, चरमरा रही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने को लेकर लॉकडाउन-3 में धीरे-धीरे कुछ व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को खोले जाने की इजाजत देनी शुरू कर दी गई। इसके कारण जहां जिला मुख्यालय के शहरी क्षेत्र में पूर्व में लगभग 9.4 मेगावॉट बिजली खप रही थी। वो अब बढ़कर लगभग 11.4 मेगावॉट हो रही है। ग्रिड के अधिकारी अभिषेक कुमार का कहना है कि इस बार फिलहाल गर्मी अधिक पड़ते नहीं दिखी है। जिले में बढ़ने लगा लूट, हत्या के साथ अन्य अपराध का ग्राफ

अपराध का ग्राफ भी लगा बढ़ने

लॉकडाउन के दौरान हर जगह से अपराध पूरी तरह थम चुका था। लॉकडाउन 4 में आम लोगों को कुछ छूट दिए जाने के साथ ही अपराध के ग्राफ में एक बार फिर से तेजी आने लगी है। लॉकडाउन तीन के बाद से हुए अपराधों का आकलन करें तो हत्या के तीन वारदातों के अलावा लूट की दो वारदात, छिनतई की दो वारदात के साथ ही गोलीबारी और शराब तथा गांजा तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिले में शराब की तीन बड़ी खेप के साथ तस्करी का गांजा बरामद करने में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता भी मिली है। जिले में पुलिस की कड़ी चौकसी के बावजूद छेड़छाड़ की कई घटनाओं के साथ ही शनिवार को सामूहिक दुष्कर्म की घटना भी सामने आई है। इसके अलावा मोबाइल छिनैती समेत छिनैती की अन्य घटनाएं काफी बढ़ी हैं।

वाहन और इलेक्ट्रॉनिक बाजार ने जगाई उम्मीद

अभी लगन का समय है और हर साल इसे कारोबारी सीजन माना जाता है, लेकिन इस साल कोरोना की वजह से पिछले दो महीने से कारोबार बिल्कुल नगण्य है। ऐसे में दुकानों के खुलने की अनुमति मिलने के बाद इसमें भी तेजी आ रही है। खासतौर पर वाहन और इलेक्ट्रॉनिक बाजार जोर पकड़ रहा है। दो सप्ताह से वाहन एजेंसियों की दुकानें खुल रहीं हैं और अबतक जिला परिवहन कार्यालय के अनुसार 33 दो पहिया वाहनों का निबंधन हो चुका है। आदित्य विजन के संदीप कुमार बताते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में भी ग्राहक पहुंचने लगे हैं और उन्हें उम्मीद है कि जून में अच्छा कारोबार होगा।


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