किन्नरों ने शहीद बाबा के मजार पर चढ़ाई चादर
यूं तो डुमरांव नगर स्थित हिन्दू के घर के आंगन में मौजूद शहीद बाबा के मजार पर सालान
बक्सर। यूं तो डुमरांव नगर स्थित हिन्दू के घर के आंगन में मौजूद शहीद बाबा के मजार पर सालाना उर्स का मेला पांच अगस्त को लगता है। शहीद बाबा का मजार डुमरांव में सामाजिक एवं सांप्रदायिक एकता की अनूठी मिसाल है। इस मजार पर प्रत्येक शुक्रवार को हिन्दू और मुस्लिम बिरादरी के आस्थावानों की भीड़ माथा टेकने को उमड़ती है। इसी कड़ी में बुधवार को किन्नर पूनम के नेतृत्व में पापिया, मौसम, बुलबुल, रेश्मा, शौती, शशि बैंड-बाजा की धुन पर नाचते-गाते आधा दर्जन किन्नरों ने शहीद बाबा के मजार पर पहुंच कर परंपरागत तरीके से चादरपोशी की। जो नगर में कौतूहल के साथ-साथ किन्नरों की आस्था को लेकर चर्चा का विषय बनी रही। किन्नरों द्वारा चादरपोशी को जाते समय सड़क पर बैंड-बाजे की धुन पर नाचने-गाने से जाम की स्थिति बनी रही। इस चादरपोशी के संर्दभ में किन्नरों की मुखिया पूनम किन्नर ने बताया कि डुमरांव नगर में करीब 22 साल से निवास कर रहा हूं। यहां देवी-देवताओं की कृपा से जीवन में खुशहाली मिली। नागरिकों का सहयोग मिला। आज की तारीख में अपना बैंड-बाजा तक स्वतंत्र रूप से संचालित करता हूं। शहीद बाबा के नाम पर मन्नत मांगी थी। जो पूरी हो गई। उसी मनोकामना की पूर्ति के बाद हर साल चादरपोशी का संकल्प ले लिया। बकौल, पूनम किन्नर हर साल नवरात्रि काल में मां दुर्गा की उपासना करती हूं।