चक्की में नकली खाद की बिक्री से किसान ठगी के शिकार
ते दर खाद बेचे जाने के चलते लाइसेंसी दुकानों पर किसान नहीं पहुंच पा रहे हैं। नतीजतन लाइसेंसी खाद दुकानदारों का माल दुकान में ही पड़ा रह जाता है। जिससे वे भी काफी परेशान हैं। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से क्षेत्र में नकली खाद विक्रेताओं पर रोक लगाने की गुहार लगाई है।
बक्सर : इन दिनों प्रखंड क्षेत्र में नकली खाद की बिक्री से किसान ठगी के शिकार हो रहे हैं, वहीं, अधिकृत खाद विक्रेता का माल दुकान में ही पड़ा रह जाता है। किसान रामप्रवेश यादव, शिवबरन यादव, रामाशीष यादव सहित कई ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से क्षेत्र में नकली खाद की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। किसानों का कहना था हमलोगों को खाद के असली नकली की पहचान नहीं हो पाती है। किसान सलाहकार द्वारा खाद देखकर नकली बताया गया। उन्होंने बताया कि उर्वरक खाद रजिस्टर्ड उर्वरक दुकान से ही खरीदनी चाहिए।
लोकल विक्रेता नकली खाद को असली बताकर सस्ते दर पर धड़ल्ले से बेच रहे हैं। वहीं, किसानों सस्ते दर पर मिलने के चलते खाद की खरीदारी कर ठगी के शिकार हो रहे हैं। जबकि, प्रखंड क्षेत्र खाद बिक्री के लिए सात रजिस्टर्ड दुकानें हैं। जिसमें चक्की में दो, चंदा में दो, जवही दियर में एक और अरक में दो लाइसेंसी खाद दुकानदार हैं। सबसे अधिक चक्की में नकली डाई खाद की बिक्री हो रही है। दूसरी तरफ, लोकल दुकानदारों द्वारा सस्ते दर खाद बेचे जाने के चलते लाइसेंसी दुकानों पर किसान नहीं पहुंच पा रहे हैं। नतीजतन, लाइसेंसी खाद दुकानदारों का माल दुकान में ही पड़ा रह जाता है। जिससे वे भी काफी परेशान हैं। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से क्षेत्र में नकली खाद विक्रेताओं पर रोक लगाने की गुहार लगाई है।