पिट निर्माण के बाद भी शुरू नहीं हुआ कचरे से खाद बनना
नगर परिषद द्वारा सूखे तथा गीले कचरे को अलग-अलग संग्रहित कर गीले कचरे से खाद तथा सूखे कचरे से उपयोगी वस्तुएं बनाने की योजना पर तकरीबन 2 साल बीत जाने के बाद पहल तो की गयी लेकिन कचरे से खाद बनाने की योजना को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर 33 में कचरे से खाद बनाने को लेकर पिट का निर्माण तो किया गया लेकिन अभी तक कचरे को अलग-अलग संग्रहित करने का कार्य नहीं शुरू हो सका है जिसके कारण इस महत्वकांक्षी योजना पर ग्रहण लग गया है।
बक्सर : नगर परिषद द्वारा सूखे तथा गीले कचरे को अलग-अलग संग्रहित कर गीले कचरे से खाद तथा सूखे कचरे से उपयोगी वस्तुएं बनाने की योजना पर तकरीबन 2 साल बीत जाने के बाद पहल तो की गयी लेकिन, कचरे से खाद बनाने की योजना को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। बताया जा रहा है कि, वार्ड नंबर 33 में कचरे से खाद बनाने को लेकर पिट का निर्माण तो किया गया लेकिन अभी तक कचरे को अलग-अलग संग्रहित करने का कार्य नहीं शुरू हो सका है जिसके कारण इस महत्वाकांक्षी योजना पर ग्रहण लग गया है।
दरअसल, कचरे के पुनर्चक्रण को लेकर नगर परिषद भी बेहद सुस्ती भरा रवैया अपना रहा है जिसके कारण यह योजना धरातल पर नहीं उतर पा रही है। प्रत्येक चार वार्ड पर गीला तथा सूखा कचरा के पुनर्चक्रण हेतु पिट बनाया जाना था। लेकिन अब तक केवल वार्ड संख्या 33 में पिट के निर्माण कार्य को बाद पूरा किया गया है। यह अभी तक कार्यरत नहीं हो सका है।
सूखे कचरे का किया जाना था पुनर्चक्रण, गीले से बनाई जानी थी खाद
गीले तथा सूखे कचरे को अलग-अलग संग्रहित कर अलग-अलग पिट में जहां प्लास्टिक के कचरे का पुनर्चक्रण कर उसे नई वस्तुएं बनाई जानी थी वही गीले कचरे से खाद बनाई जानी थी। हालांकि, अभी तक नगर परिषद कचरे को अलग-अलग संग्रहित भी नहीं कर रहा है। हालात यह है कि सभी कचरों को एक साथ डंप किया जा रहा है।
जल, जीवन, हरियाली का दुश्मन बना नप
बताया जा रहा है कि, पुनर्चक्रण किए जाने से नगर को कचरे के प्रदूषण से मुक्त कराया जा सकेगा। हालांकि, अभी यह परियोजना नहीं शुरू होने से नगर के बाइपास रोड, बा•ार समिति रोड, किला मैदान के समीप के नहर के किनारे कचरे को डंप किया जा रहा है। जिससे कि सरकार के जल-जीवन हरियाली योजना पर भी ग्रहण लग रहा है।
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वार्ड संख्या 33 में कचरे के पुनर्चक्रण के लिए पिट बनाया जा चुका है। फलक एक कचरा अभी अलग अलग नहीं किया जा पा रहा है। डंपिग •ाोन नहीं होना भी कार्य नहीं शुरु होने का कारण है। हालांकि, नप इसके लिए गंभीर है। शीघ्र ही पुनर्चक्रण हेतु प्रयास शुरू कर दिया जाएगा।
इंद्र प्रताप सिंह, उप मुख्य पार्षद, नगर परिषद।