ठेला धोने के दौरान पोखर में डूबकर युवक की मौत
नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत 11 नम्बर लख पर ठेला धोने के दौरान एक युवक की पानी में डूबने से मौत हो गई। दुखद हादसा के बाद मृतक का शव निकालकर अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने युवक
बक्सर : नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत 11 नम्बर लख पर ठेला धोने के दौरान एक युवक की पानी में डूबने से मौत हो गई। दुखद हादसा के बाद मृतक का शव निकालकर अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। विश्वकर्मा पूजा की खुशी सोमवार को उस वक्त एक परिवार के लिए बेहद दुखदायी घटना में तब्दील हो गई। जब घर का एकमात्र कमाउ पुत्र पूजा की भेंट चढ़ असमय काल के गाल में समा गया। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार शांति नगर निवासी निमकी राम का 24 वर्षीय पुत्र देवब्रत कुमार ठेला पर लोगों के सामान ढोने का काम करता था। सोमवार को विश्वकर्मा पूजा होने को ले माल ढुलाइ का काम समाप्त करने के बाद अपने ठेला का पूजा करने की सोच धोने के लिए लेकर 11 नम्बर लख के पास पोखरे में चला गया। जहां ठेला धोकर साफ करने के बाद वो स्नान करने लगा। इसी क्रम में गहरे पानी में समा गया। जिसके बाद वो फिर बाहर नहीं निकल सका। इस दौरान उसके साथ उसका एक दोस्त भी मौजूद था। जिसके शोर मचाने पर आस पास से लोग दौड़कर आए। पर, जब तक युवक को पानी से निकाला जाता तब तक काफी देर हो गई थी। बावजूद इसके युवक को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी मिलने के बाद मंगलवार की सुबह पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। ठीक विश्वकर्मा पूजा के ही दिन हुए इस दर्दनाक हादसा से पूरे शांति नगर मुहल्ले में मातम पसरा हुआ है। वहीं परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है। जहां परिवार का एकमात्र कमाउ पूत देवब्रत था। और ठेला पर लोगों के माल ढोकर पुरे परिवार का भरण पोषण करता था। इस घटना के बाद से परिवार के समक्ष रोजी रोटी की भी विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। तीन माह पूर्व हुई थी शादी
बताया जाता है कि इस घटना से महज तीन माह पूर्व मृतक देवब्रत की शादी हुई थी। जैसे ही घर में घटना की जानकारी मिली कि नई नवेली पत्नी के चित्कार से पुरा मुहल्ला द्रवित हो उठा। जिसके हाथों की अभी मेंहदी भी नहीं छूटी थी कि पति चल बसा। इस दौरान नई बहू के चित्कार को सुनकर पूरे मोहल्ले की आंखे नम हो गई। इसके साथ ही परिवार का एकमात्र कमाउ सदस्य चल बसा। घटना के बाद पिता निमकी राम के सामने परिवार के समक्ष भरण पोषण की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। बताया जाता है कि बेटे की कमाई से ही परिवार का खर्च चलता था और परिवार का भरण पोषण होता था।