आखिरी क्षणों में भी मां की गोद से चिपटा रहा दूधमुंहा मासूम
बक्सर शनिवार की सूबह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जरीगांवा में आग से जलकर एक ही परिवार की मां और दो मासूम बच्चों की मौत से पूरा गांव दहल उठा है। किसी की भी समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर यह कैसे और क्यों हो गया।
बक्सर : शनिवार की सूबह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जरीगांवा में आग से जलकर एक ही परिवार की मां और दो मासूम बच्चों की मौत से पूरा गांव दहल उठा है। किसी की भी समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर यह कैसे और क्यों हो गया। जिन परिस्थितियों में पुलिस ने शव बरामद किया है वह भी कम संदेहास्पद नहीं माना जा रहा है। जबकि मृतक महिला के चाचा द्वारा ससुराल वालों पर ही हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। बहरहाल, पुलिस लगाए गए आरोपों के साथ ही घटना की वास्तविकता की छानबीन में जुटी है। इस संबंध में मृतक हेवंती देवी के देवर प्रमोद कुमार बिद के अनुसार इस घटना में मृतक हेवंती देवी (30 वर्ष) के अनुसार हेवंती देवी के पति उपेद्र बिद के अलावा वह भी समाचार पत्र बेचने का काम करता है। जिसके लिए प्रतिदिन सुबह चार बजे ही उसे घर से निकलना होता है। घटना के समय भी सुबह चार बजे के लगभग जैसे ही वो अपने कमरे से बाहर निकला कि बड़े भाई उपेंद्र बिद के कमरे से उठते धुआं और जलने की उठ रही बदबू से शोर मचाते हुए किसी तरह दरवाजा तोड़ने के प्रयास में लग गया। इस बीच शोर सुनकर मौके पर ग्रामीण भी जुट गए थे, जिनके सामूहिक सहयोग से दरवाजा तोड़ने के बाद अंदर का लोमहर्षक ²श्य नजर आते ही सबके होश उड़ गए। कमरे के अंदर पलंग पर ही दोनों बच्चों के साथ मां का शरीर जल रहा था, जिसपर पानी डालकर लोगों द्वारा बुझाया गया। -पति गया था बाहर
घरवालों की माने तो घटना के एक दिन पहले ही शाम को पति उपेद्र बिद किसी काम से कहीं गया हुआ था। घर में देवर और सास तथा बड़ी बेटी (7वर्ष) के अलावा और कोई नहीं था। बड़ी बेटी उस रात अपनी दादी के साथ ही दूसरे कमरे में सोई थी, जिसकी नींद शोर सुनने के बाद टूटी है। इस बीच कब और कैसे यह घटना हुई, इस बारे में किसी को पता नहीं है। -चाचा ने लगाया अवैध संबंधों का आरोप
घटनास्थल पर पहुंचे हेवंती देवी के चाचा नियाजीपुर निवासी विजय शंकर चौधरी के अनुसार हेवंती देवी की शादी दस साल पहले हुई थी। इस बीच उसके पति उपेंद्र बिद का गांव की किसी महिला से अवैध संबंध चल रहा था, जिसको लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। इस घटना से कुछ ही दिनों पूर्व अवैध संबंधों को लेकर ही गांव में पंचायत भी कराई गई थी। उनके अनुसार अवैध संबंधों के बीच बाधक बन रही पत्नी को पति ने ही बच्चों समेत जलाकर मार डाला है। उन्होंने यह भी बताया कि जिस समय वो कमरे में प्रवेश किए हैं उस समय भी जलाने से पहले बांधी गई रस्सी का अवशेष मौजूद था जिसे उन्होंने खुद देखा है। -मां के बयान पर दहेज के लिए हत्या का आरोप
इस संबंध में थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में मृतक हेवंती देवी की मां के बयान पर घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसमें दहेज के लिए पति पर ही जलाकर हत्या का आरोप लगाया गया है। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। -इंसर्ट-
घटना पूरी तरह संदेहास्पद
गांव के चौकीदार समेत मृतक हेवंती देवी के चाचा के बयान के अनुसार जिस वक्त वे लोग कमरे में प्रवेश किए हैं उस समय भी तीनों शव पलंग पर ही पड़ा हुआ था। हेवंती देवी का शरीर पूरी तरह सीधा और घुटने मुड़े हुए थे, जैसे वो चैन की नींद सो रही हो। जबकि दो माह का मासूम उसकी गोद से चिपटा पड़ा था वहीं दो वर्षीय बच्ची का शव पलंग पर ही मां के पैर की ओर था। पुलिस के एक अधिकारी ने ही बताया कि आमतौर पर आग लगाकर जब भी कोई आत्महत्या करता है तब शरीर जैसे ही जलना शुरू होता है कि वो बचने के लिए छटपटाने लगता है। वैसी स्थिति में कमरे में इधर उधर शव मिलता है। जबकि इस घटना में ऐसा बिलकुल नहीं देखा गया है। तीनों के शव इस प्रकार पलंग पर मौजूद थे जैसे वो सो रहे हों। यह स्थिति घटना को पूरी तरह संदेहास्पद बना रही है। पुलिस के अनुसंधान के बाद ही घटना की सच्चाई सामने आ सकती है।
-