नल-जल योजना में घटिया पाइप का इस्तेमाल
राज्य सरकार की सबसे बड़ी योजना नल-जल योजना के तहत आमजनों को बीमारी से दूर रखने और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पंचायत के सभी वार्डो में नल जल का जा
बक्सर : राज्य सरकार की सबसे बड़ी योजना नल-जल योजना के तहत आमजनों को बीमारी से दूर रखने और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पंचायत के सभी वार्डो में नल जल का जाल बिछाया जा रहा है। जिसके लिए वार्ड प्रबंधन समिति की देखरेख में कार्य कराना है लेकिन, यह कार्य पंचायत मुखिया की देखरेख में हो रहा है। योजना में लूट मची हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके तहत कार्य करने वाली प्राइवेट कार्य एजेंसी से मिलीभगत बनाकर घटिया किस्म के पाइप लगाए जा रहे हैं। जिसके चलते शुद्ध जल आमजनों के घर तक पहुंचने के बजाय बीच में ही दम तोड़ रहा है। इसे सही तरीके से इंजीनियर के अनुसार भी नहीं बनाया गया है। इसका उदाहरण मगरांव के वार्ड नं पांच एवं सात के अलावा अन्य वार्डों में भी देखा जा सकता है। यही स्थिति अन्य पंचायतों में भी देखी जा सकताी है। जहां बो¨रग को चालू कर चेक करने के दौरान ही कई जगहों पर पाइप में छेद होकर पानी बह रहा है। कहीं-कहीं तो बोरवेल भी मात्र 120 से 200 फीट तक है। जबकि, बोरवेल 350 फीट करना है। एक वार्ड में जनसंख्या के अनुसार आने वाला लागत खर्च लगभग 12 से 15 लाख तक का है। लेकिन, काम उस हिसाब से नहीं हो रहा है। इसकी देखरेख को सभी पंचायतों के लिए एक नोडल पदाधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। लेकिन, अधिकारियों द्वारा एक दिन भी किसी पंचायत का दौरा नहीं किया जाता है। विगत दो माह पूर्व बीडीओ द्वारा कई पंचायतों का दौरा किया गया था। जिसमें मगरांव, हेंठुआ, खीरी, नागपुर, खरहना सहित अन्य पंचायतों का दौरा करने के बाद पाया था कि काम में कुछ गड़बड़ी है और जांच करने की बात कही गई लेकिन, आज तक जांच नहीं की गई।