सारीमपुर मदरसा के तीन बच्चों की हुई दस्तारबंदी
सारीमपुर स्थित मदरसा शमशिया अनवारुल उलूम में देर शाम गुरुवार को आयोजित अनवार हैबा कार्यक्रम में कई राज्यों से पहुंचे मौलाना और मुफ्तियों ने अपने तकरीर में अल्लाह के बताए रास्ते पर चलकर जिदगी कामयाब बनाने का पैगाम दिया। वहीं हिजबुल कुरान की दस्तारबंदी हुई।
बक्सर । सारीमपुर स्थित मदरसा शमशिया अनवारुल उलूम में देर शाम गुरुवार को आयोजित अनवार हैबा कार्यक्रम में कई राज्यों से पहुंचे मौलाना और मुफ्तियों ने अपने तकरीर में अल्लाह के बताए रास्ते पर चलकर जिदगी कामयाब बनाने का पैगाम दिया। वहीं, हिजबुल कुरान की दस्तारबंदी हुई। जिसमें तीन बच्चे हाफिज फहीम खान सारीमपुरी, हाफिज अफरीदी खान सारीमपुरी और हाफिज सद्दाम हुसैन भरौली (यूपी) की दस्तारबंदी हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलदारनगर निवासी मौलाना रेयाज खान साहब और मह़िफल का आगाज हाफिज कारी जुबैर अहमद ने किया। कार्यक्रम में शिरकत शायर जनाब नूरे मोजस्सम कानपुरी, इस्लाम ताहिर रामपुरी, इस्लाम शमशील अख्तर उड़ीसा आदि समेत वक्ता मौलाना शोएब रजा रिजवी प्रतापगढ़ी, मु़फ्ती शाहनवाज मिस्बाही अजहरी तथा नबी अहले सुन्नत आसिफ रजा सैफी प्रतापगढ़ी ने अपने-अपने तरीके से जीवन दर्शन पर रोशनी डाली। इसकी जानकारी देते हुए पूर्व मुखिया फारुख खान ने बताया कि यह गांव दादा तोरण खान की विरासत है। कार्यक्रम में खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया था। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की कवायद में मदरसा के सचिव आ़फताब आलम, प्राचार्य हजरत मौलाना सलाहुद्दीन मोकर्रिर जिशान, मौलाना नदीम मिस्बाही आदि ने प्रमुख भूमिका निभाई।