सुबह से उमड़ी व्रतियों की भीड़, 12 बजे से पुलिस की तैनाती
पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के लिए जिउतिया पर्व को ले शहर के विभिन्न घाटों पर सुबह से ही व्रतियों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। बावजूद इसके दोपहर 12 बजे तक न तो किसी घाट पर ही किसी पुलिस बल की तैनाती पाई गई।
बक्सर । पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के लिए जिउतिया पर्व को ले शहर के विभिन्न घाटों पर सुबह से ही व्रतियों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। बावजूद इसके दोपहर 12 बजे तक न तो किसी घाट पर ही किसी पुलिस बल की तैनाती पाई गई। और न चौक चौराहों पर ही पुलिस बल और दंडाधिकारी नजर आए। दोपहर तक शहर के तमाम घाटों पर व्रतियों ने भगवान भरोसे ही पवित्र गंगा स्नान किया।
रविवार को जिउतिया व्रत को ले सुबह से ही व्रती महिला और पुरुषों का शहर के विभिन्न घाटों पर आने का सिलसिला शुरू हो गया था। हजारों की संख्या में विभिन्न घाटों पर व्रती उपवास के बाद स्नान करने में लगे हुए थे। बावजूद इतनी भारी भीड़ के शहर के किसी भी घाट पर व्रतियों की सुरक्षा संबंधी कोई प्रबंध नहीं देखा गया। दोपहर 12 बजे के बाद धीरे-धीरे ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारियों और पुलिस बलों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। इस दौरान व्रतियों के सैलाब को देख अकेले ही यातायात प्रभारी अंगद सिंह तथा पुलिस पदाधिकारी मिथिलेश झा को भीड़ के साथ ही यातायात नियंत्रण करने के लिए जूझते देखा गया। जबकि रामरेखा घाट समेत अन्य घाटों पर हजारों की संख्या में व्रती भगवान के भरोसे स्नान करते देखे गए। इसकी पड़ताल करने पर पता चला कि दरअसल जिला प्रशासन द्वारा जारी संयुक्तादेश में ही सुबह 10 बजे से सभी पदाधिकारियों और पुलिस बल के जवानों को उनके निर्धारित स्थानों पर तैनात होने का आदेश जारी किया गया था। जिसको लेकर सुबह में घाटों पर कहीं कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी। इस बीच आदेश में इस बात का भी संकेत दिया गया था कि व्रतियों की भारी भीड़ को देखते हुए शहर के बाहर ही तमाम बड़े वाहनों को रोक दिया जाना है। बावजूद इसके गोलंबर की तरफ से अनेक विशालकाय ट्रकों के आने का सिलसिला चलता रहा। जिससे व्रतियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।