अब नहीं गुल होगी शहर की बत्ती, 33 हजार वोल्ट संचरण लाइन का दोहरीकरण शुरू
बक्सर उपभोक्ताओं को बिजली भरपूर मिले इसके लिए निरंतर विभाग द्वारा सुधार की कवायद जारी ह
बक्सर : उपभोक्ताओं को बिजली भरपूर मिले, इसके लिए निरंतर विभाग द्वारा सुधार की कवायद जारी है। इन दिनों विभाग जिला मुख्यालय स्थित चरित्रवन पॉवर सब-स्टेशन से औद्योगिक पीएसएस के बीच 33 हजार संचरण लाइन का दोहरीकरण करने में जुटा हुआ है। जिससे ग्रिड और चरित्रवन पीएसएस के बीच 33 हजार वोल्ट के मुख्य तार में फॉल्ट आने के बाद भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शहर में बिजली की आपूर्ति बनी रहेगी।
विभाग द्वारा यह कार्य जासो टर्मिनल प्वाइंट से औद्योगिक सब-स्टेशन के बीच किया जा रहा है। इसके कारण औद्योगिक सब-स्टेशन के कुछ फीडरों में बिजली की आपूर्ति फिलहाल चरित्रवन पीएसएस के माध्यम से कराई जा रही है। जिससे मेन रोड (सब्जी मंडी) फीडर व पीपी रोड फीडर का क्षेत्रीय दायरा बढ़ गया है। जाहिर है कि फीडरों का क्षेत्र बढ़ा है तो कहीं भी फॉल्ट होने पर पूरे फीडर की आपूर्ति बाधित होगी। जिससे इन फीडरों में फिलहाल बिजली की आपूर्ति अन्य फीडरों की तुलना में कुछ कम हो रही है। हालांकि, अधिकारी बताते हैं कि यह समस्या अगले दो-चार दिन तक ही बनी रहेगी।
पिक ऑवर में 18 से 19 मेगावॉट बढ़ा लोड
कंट्रोल रूम के एक कर्मी ने बताया कि दो सबस्टेशनों के फीडर होने से सामान्य परिस्थितियों में 15 मेगावॉट व पिक ऑवर में बढ़कर बिजली का लोड 18 से 19 मेगावॉट हो जा रहा है। इसकी वजह से कभी-कभार जंफर कटने व बिजली की ट्रिपिग होने जैसी समस्या भी सता रही है। वहीं, ग्रिड द्वारा लोड कम करने की मिली हिदायतों पर उसका पालन भी करना होता है।
दो पोल के बीच की दूरी को किया जा रहा कम
अधिकारी ने बताया कि पहले दो विद्युत पोलों के बीच की दूरी अधिक होने से तारों में झुकाव बना रहता है। इस कारण अब पोलों की दूरी कम किया जा रहा है। इससे तारों में तनाव बना रहेगा। वहीं, विद्युत पोल पर पहले के लगे डॉग कंडक्टर वायर को हटाकर दोनों सर्किट में उच्च क्षमता के वुल्फ कंडक्टर वायर लगाए जा रहे हैं।
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दो पॉवर उपकेंद्रों के बीच डबल सर्किट वायर कंडक्टर देने का कार्य किया जा रहा है। जिससे किसी एक के फॉल्ट होने पर दूसरे से आपूर्ति बनी रहे। उम्मीद है कि यह कार्य गुरुवार को पूरा हो जाएगा।
-सन्नी कुमार, विद्युत कार्यपालक अभियंता (सप्लाई) बक्सर।