कोरोना के साये से बाहर निकले बच्चे, एहतियात के साथ पहुंचे स्कूल
बक्सर सोमवार का दिन पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे का समय स्थान एमपी हाईस्कूल। स्कूल का गेट खुला था
बक्सर : सोमवार का दिन, पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे का समय, स्थान एमपी हाईस्कूल। स्कूल का गेट खुला था और बारी-बारी से वहां बच्चों का प्रवेश हो रहा था। प्रधानाध्यापक डॉ.विजय कुमार मिश्र के नेतृत्व में खड़े शिक्षक छात्रों को सामाजिक दूरी के साथ पंक्ति में खड़ा होने का निर्देश दे रह्रे थे। इस दौरान बच्चों का हाथ सैनिटाइज भी किया जा रहा था। सभी बच्चों के पंक्ति में खड़ा होने के उपरांत शिक्षकों द्वारा सभी बच्चों के बीच मास्क का वितरण किया गया। इस दौरान उनका चेतना सत्र तो नहीं हुआ।
परंतु, उन्हें कोविड के नियमों से जरूर अवगत कराया गया। बच्चों को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक डॉ.मिश्रा ने कहा कि कोरोना खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए आज भी उसी तरह से सावधानी बरतनी है जैसा कि सभी लोग लॉक डाउन के दौरान बरत रहे थे। इस क्रम में उन्होंने बच्चों को प्रधान सचिव से लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी तक के माध्यम से मिले गाइडलाइन के बारे में अवगत कराया। कहा कि जब तक कोरोना का वैक्सीन नहीं लग जाता है, तब तक इससे सावधान रहना निहायत ही जरूरी है। इसके लिए सामाजिक दूरी का पालन करना है, हाथ को समय-समय पर धोते रहना है और सैनिटाइज भी करना है। इसके बाद बच्चों को क्लास में जाने और एक बेंच पर एक ही बच्चा के बैठने की हिदायत दी गई और बच्चों के क्लास में जाने के बाद उनकी पढ़ाई प्रारंभ की गई। कोरोना काल में स्कूलों के बंद होने के बाद पहली बार खुले इन स्कूलों यह ²श्य आम था। खासकर शहरी क्षेत्र में स्थित स्कूलों में। यह ²श्य केवल एमपी हाईस्कूल में ही नहीं देखा गया अपितु अन्य सभी सरकारी स्कूलों में इस तरह की स्थिति थी। वहां कोविड के नियमों के साथ कक्षाओं का संचालन शुरू किया गया। निजी स्कूलों में भी यही स्थिति थी। वहां भी बच्चों को कोविड के नियमों के साथ स्कूल में प्रवेश कराया गया और उनकी पढ़ाई प्रारंभ की गई।
पहले दिन बच्चों में दिखा गजब का उत्साह
स्कूल खुलने के पहले दिन बच्चों में गजब का उत्साह देखा गया। एमपी हाईस्कूल में पहले दिन पढ़ाई करने पहुंचे रोहित कुमार, चंचला कुमारी, दिव्या मिश्रा, अमित कुमार, सोनू कुमार आदि ने बताया कि काफी दिनों के बाद स्कूल खुले हैं और बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। बच्चों ने बताया कि स्कूल बंद रहने से उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी। अब वह भी ठीक से हो सकेगी।