चीख-पुकार के बीच देवदूत बनकर आए ग्रामीण, बचाई दर्जनों जान
कठार ब्रह्मस्थान में गुरुवार की शाम तंत्र-मंत्र से कथित इलाज के लिए आरा के शाहपुर।
बक्सर। कठार ब्रह्मस्थान में गुरुवार की शाम तंत्र-मंत्र से कथित इलाज के लिए आरा के शाहपुर से आए जगदीश प्रसाद रात में वहीं रूक गए और भीड़ के कारण परिसर में बने शेड में सो गए। अचानक रात लगभग ढाई बजे तेज हवा चलने से उनकी नींद खुली। साथ में बारिश भी शुरू हो गई। वहां अंधेरा हो गया और भगदड़ की स्थिति मच गई। जगदीश अपनी बच्ची को खोजने के लिए शेड से बाहर निकले और अचानक उसी समय चालीस फीट लंबी दीवार भरभरा कर गिर गई।
दीवार गिरते ही वहां चीख-पुकार मच गई। किसी को पता नहीं चल पा रहा था कि अचानक क्या हुआ। मलबे के नीचे भी लोग एक-दूसरे के ऊपर दबे थे। वहीं पर फूल-माला बेचने वाले अनिल माली ने पास में रहने वाले मुखिया ललन पासवान को इसकी सूचना दी। इसके बाद सरपंच प्रतिनिधि राजू ठाकुर और अमित ¨सह समेत गांव के अन्य लोग भी वहां पहुंचे और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। लगभग पन्द्रह मिनट में कृष्णब्रह्म थानाध्यक्ष नीतू प्रिया भी दलबल के साथ वहां पहुंच गईं। इन लोगों ने एंबुलेंस के लिए 102 नंबर पर डायल किया, लेकिन उधर कोई जवाब नहीं आया। घायलों की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी और उन्हें जल्द अस्पताल भेजना जरूरी था। ऐसे में मुखिया और गांव के लोगों ने अपनी गाड़ी पुलिस को दी और उसमें घायलों को लादकर डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया। इस दौरान घायलों की संख्या 27 होने के कारण गाड़ियों को कई फेरे लगवाने पड़े। ब्रह्मस्थान परिसर में दीवार गिरने की घटना के बाद भी कुछ महिला तथा पुरुष दक्षिण तरफ वाले शेड में जमे हुए थे। वे लोग काफी डरे-सहमे हुए थे। वहीं, घटनास्थल पर जख्मी लोगों का सामान इधर-उधर बिखरा था। घटना में खबर लिखे जाने तक तीन लोगों की मौत हादसे चुकी थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि घायलों की हालत काफी खराब थी और समय पर उन्हें अस्पताल नहीं भेजा जाता तो मृतकों का आंकड़ा काफी बढ़ जाता। हालांकि, सरकारी एंबुलेंस भी घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन तबतक सारे घायलों को वहां से डुमरांव भेजा जा चुका था।
डीएम ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
कठार ब्रह्मस्थान में हुए हादसे के बाद शुक्रवार को जिलाधिकारी राघवेंद्र ¨सह ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क का अतिक्रमण कर खड़ी की गई दीवार पर उन्होंने हैरानी जताई। एक छोर की दीवार तो गिर ही चुकी थी, उन्होंने चौबीस घंटे के अंदर दूसरे हिस्से की दीवार को भी हटाने का आदेश दिया। साथ ही पुलिस अधिकारियों को घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।