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    Buxar News: अब हर किसान की बनेगी डिजिटल पहचान, सरकारी योजनाओं का मिलेगा लाभ

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 06:36 AM (IST)

    बिहार के बक्सर में अब हर किसान की डिजिटल पहचान बनेगी, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। इस नई व्यवस्था से किसानों को पंजीकरण और योजनाओं की जा ...और पढ़ें

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    एक दिवसीय प्रशिक्षण में जिलाधिकारी ने दी विस्तृत जानकारी। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, बक्सर। जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभाकक्ष में फार्मर रजिस्ट्रेशन के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री राज्य सरकार की प्राथमिकता प्राप्त योजना है, जिसका उद्देश्य प्रत्येक किसान को सरकारी योजनाओं से जोड़ना, कृषि सेवाओं को आधुनिक एवं पारदर्शी बनाना और हर किसान की एक डिजिटल पहचान तैयार करना है।

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    इस फार्मर आइडी में किसान की भूमि से संबंधित विवरण, आधार जानकारी एवं अन्य आवश्यक डाटा दर्ज रहेगा, जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन में सुगमता होगी। प्रशिक्षण के दौरान फार्मर रजिस्ट्री के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया तथा बताया गया कि सभी पात्र किसानों को विभिन्न सरकारी कृषि एवं कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इससे राज्य स्तर पर किसानों का अद्यतन एवं सटीक डाटाबेस तैयार होगा। इससे फसल क्षति या आपदा की स्थिति में वास्तविक मुआवजा देने की प्रक्रिया सरल होगी।

    प्रशिक्षण में बताया गया कि इसका उद्देश्य कृषि उत्पादों के विपणन (मार्केटिंग) में पारदर्शिता एवं सुविधा बढ़ाना, पीएम किसान सम्मान निधि सहित अन्य योजनाओं की किस्तों के भुगतान में सरलता सुनिश्चित करना है। पंजीकरण के लिए किसानों को आधार कार्ड, भूमि संबंधी कागजात (खाता, खेसरा आदि) एवं सक्रिय मोबाइल नंबर देना होगा।

    अधिकारियों को बताया गया कि इन दस्तावेजों के बिना फार्मर आईडी तैयार नहीं की जा सकेगी और पंजीकरण न होने पर किसान भविष्य की कई योजनाओं से वंचित हो सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले किसान का ई-केवाइसी आधार के माध्यम से किया जाएगा। इसके बाद संबंधित अधिकारी किसान के भूमि अभिलेखों का सत्यापन करेंगे।

    सत्यापन पूर्ण होने पर पोर्टल पर आवश्यक प्रविष्टियां की जाएंगी तथा ई-साइन के माध्यम से फार्मर आइडी जनरेट की जाएगी। प्रशिक्षण में बताया गया कि फार्मर रजिस्ट्री से सभी सरकारी योजनाओं का लाभ बिना अतिरिक्त कागजी औपचारिकता के, सीधे फार्मर आइडी के आधार पर दी जाएगी। इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य अथवा अन्य योजनाओं के तहत कृषि उपज की बिक्री में सुविधा होगी।

    डीएम ने सभी प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर विशेष अभियान चलाकर अधिक से अधिक किसानों का समयबद्ध पंजीकरण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कृषि एवं राजस्व विभाग के फील्ड कर्मियों को गांवों जाकर इसके लिए किसानों को जागरूक करने के लिए कहा गया।