रहें सावधान! सेहत के लिए घातक है बदलता मौसम
अभी गुलाबी ठंड तो शुरू नहीं हुई है लेकिन, मौसम ने रंग बदलना प्रारंभ कर दिया है। दिन में भले ही गर्मी का अहसास हो रहा है लेकिन, रात में यह अहसास कम हो जा रहा है।
बक्सर । अभी गुलाबी ठंड तो शुरू नहीं हुई है लेकिन, मौसम ने रंग बदलना प्रारंभ कर दिया है। दिन में भले ही गर्मी का अहसास हो रहा है लेकिन, रात में यह अहसास कम हो जा रहा है। अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या से भी इस बात की पुष्टि हो रही है कि मौसम ने रंग बदलना शुरू कर दिया है। चिकित्सक ऐसे मौसम में बचकर रहने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सक कहते हैं, इस समय पंखा चलाएं तो हल्का चादर भी जरूर शरीर पर डाल लें अन्यथा आप सर्दी-खांसी या बुखार की जद में आ सकते हैं।
वैसे भी सरकारी आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि अस्पतालों में सर्दी-खांसी एवं बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ गई है। चिकित्सकों का कहना है कि बदलता मौसम ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। खासकर बच्चों व बुजुर्गों को यह मौसम ज्यादा परेशान करता है। चूंकि, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, ऐसे में वे इस मौसम से अधिक प्रभावित हो जाते हैं। सरकारी अस्पतालों के आंकड़ों पर गौर करें तो वहां इस समय पहुंचने वाले अधिकतर मरीज सर्दी-खांसी, बुखार और बदन दर्द की शिकायत लेकर ही पहुंच रहे हैं। इसके अलावा एलर्जी की मरीजों और सांस के रोगियों की समस्या भी बढ़ गई है। सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.भूपेन्द्र नाथ कहते हैं, मौसम जब एक करवट से दूसरा करवट लेता है तो उस समय लोग लापरवाह रहते हैं। ऐसे में वे विभिन्न बीमारियों की जद में आ जाते हैं। वह कहते हैं इस समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। तभी स्वस्थ रहा जा सकता है। बदलते मौसम में थोड़ी सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। वह कहते हैं, रात में अगर पंखा चला रहे हैं तो शरीर पर चादर भी आवश्यक रूप से डाल लें। इसके अलावा ताजा खाना और खूब पानी का सेवन करें।