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225 किसानों ने दिया डीजल अनुदान का आवेदन

जिले में समय से वर्षा नहीं होने के कारण किसानों के होंठ सूख रहे थे। रोपनी तो दूर की बात किसानों के लिए बिचड़ों को बचाए रखना बेहद कठिन साबित हो रहा था। जिसका निदान करते हुए सरकार द्वारा खरीफ के दौरान पांच पटवन के लिए डीजल अनुदान दिए जाने की घोषणा की गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Jul 2018 05:09 PM (IST)Updated: Thu, 26 Jul 2018 05:09 PM (IST)
225 किसानों ने दिया डीजल अनुदान का आवेदन
225 किसानों ने दिया डीजल अनुदान का आवेदन

बक्सर । जिले में समय से वर्षा नहीं होने के कारण किसानों के होंठ सूख रहे थे। रोपनी तो दूर की बात किसानों के लिए बिचड़ों को बचाए रखना बेहद कठिन साबित हो रहा था। जिसका निदान करते हुए सरकार द्वारा खरीफ के दौरान पांच पटवन के लिए डीजल अनुदान दिए जाने की घोषणा की गई। जिसके तहत बिचड़ों को बचाने के लिए दो तथा रोपनी के बाद खेत के पटवन के लिए तीन बार डीजल अनुदान दिया जाना है। जिसके लिए किसानों को बकायदा निबंधन कराते हुए ऑनलाइन आवेदन विभाग को देना है।

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विभाग के नियमानुसार बिचड़ों को बचाने के लिए केवल दो बार पटवन पर अनुदान दिया जाना है। जबकि, खेत के पटवन के लिए तीन बार डीजल अनुदान दिए जाने का प्रावधान है। डीएओ ने स्पष्ट किया कि अब तक मिले निर्देश के अनुसार प्रति लीटर 40 रुपया अनुदान देय है। इस संबंध में सरकार द्वारा 50 रुपया प्रति लीटर अनुदान देने का हाल में निर्णय लिया गया है। पर इसकी अभी तक कोई लिखित सूचना उनके पास उपलब्ध नहीं है। सूचना के आलोक में ही अनुदान देय होगा। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अबतक पूरे जिले में 1984 किसानों ने डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन निबंधन कराया है, जिनमें से कागजात के साथ 225 किसानों ने अनुदान राशि निर्गत करने के लिए आवेदन दिया है। इसके लिए दिया जा रहा ऑनलाइन आवेदन

डीजल अनुदान पाने के लिए सबसे पहले किसानों को किसी भी सहज वसुधा केंद्र पर जाकर अपना ऑनलाइन निबंधन कराना होगा। इसके लिए जिले में कुल 45 केंद्र स्थापित कराए गए हैं। जहां किसानों का नि:शुल्क निबंधन किया जाएगा। इसके लिए किसानों को आधार कार्ड के साथ ही उससे ¨लक किया बैंक खाता की जानकारी दर्ज करानी होगी। निबंधन के दौरान खेत का रकबा हैक्टेयर और एकड़ में न देकर सिर्फ डिसमिल में ही देना जरूरी होगा। इसमें जमीन मालिक किसानों को ही नहीं बल्कि बटाईदार खेती तथा लीज पर जमीन लेकर खेती करनेवाले गरीब किसानों को भी डीजल अनुदान की राशि मिलेगी। इसके लिए किसानों को निबंधन के दौरान खेत का खाता और खेसरा नम्बर देना जरूरी होगा। इसके साथ उन्हें जमीन का रसीद देना कोई जरूरी नहीं है। डीजल पर्ची के साथ जमा करें अनुदान का आवेदन निबंधन के बाद किसान अपने बिचड़ों को बचाने के लिए जितनी डीजल खरीद करेंगे उसकी रसीद उन्हें सुरक्षित रखनी होगी। निबंधन नम्बर के साथ एक ही बार सारे डीजल पर्ची को संलग्न करते हुए अनुदान के लिए आवेदन देना होगा। यह आवेदन भी ऑनलाइन ही देनी है। किसानों द्वारा दिए गए अनुदान के आवेदनों की जांच संबंधित बीएओ अथवा किसान सलाहकार द्वारा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट वे जिला कृषि पदाधिकारी को प्रेषित करेंगे। डीएओ ने बताया कि यदि सलाहकार अथवा बीएओ द्वारा एक सप्ताह के अंदर जांच कर रिपोर्ट नहीं दी जाती है तब भी सप्ताह पूरा होते ही उनके पास स्वत: आवेदन पहुंच जाएगा। जिसकी स्वीकृति देने के बाद वो पटना मुख्यालय को जानकारी उपलब्ध करा देंगे। जहां से किसानों के खाता में तीन दिनों के अंदर अनुदान का पैसा चला आएगा। -बयान

महज चार दिनों के अंदर उन्होंने निबंधन कराने के साथ ही किसानों के आवेदन ग्रहण किए हैं। निर्धारित समय सीमा के अंदर ही सभी के खातों में मुख्यालय से राशि भेज दी जाएगी। अभी तक महज 225 आवेदन प्राप्त किए गए हैं। जिसकी जांच की प्रक्रिया जारी है।

कृष्णानंद चक्रवर्ती, जिला कृषि पदाधिकारी, बक्सर।


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