फसल की क्षति पर किसानों को नहीं मिलता मुआवजा
दियारा के किसान जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। खेतों में लगी फसलों को जंगली जानवर सफाचट कर दे रहे हैं। किसानों को जंगली जानवरों से होनेवाले नुकसान का कोई मुआवजा भी नहीं मिलता है।
बक्सर। दियारा के किसान जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। खेतों में लगी फसलों को जंगली जानवर सफाचट कर दे रहे हैं। किसानों को जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान का कोई मुआवजा भी नहीं मिलता है। उत्तर प्रदेश से सटे इलाके जवहीं, ढुभा, गंगौली, खरहाटाड़, महरौली आदि दर्जन भर गांवों के किसान दियर में करीब 2 हजार से अधिक एकड़ में खेती करते हैं। वहां जंगली जानवर वर्षो से फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। खेत में जंगली सुअर, नीलगाय, हिरन, बन्दर सहित अन्य जंगली जानवरों के झुंड खड़ी फसल को रौंद दे रहे हैं। किसान बताते हैं कि फसलों को जानवरों से बचाने के लिए खेतों में दिन-रात पहरा देते हैं लेकिन, पल भर की खेतों से दूरी सारी मेहनत पर पानी फेर देती है। फसलें सुरक्षित नहीं रह पाती है। जवहीं निवासी सिद्धि चौबे खरहटाड़ के रवि भूषण ओझा, भगवान ओझा, अरक के राजेश ¨सह, चक्की के रामाशीष, रामदेव यादव कहते हैं कि जानवरों से हुई नुकसान की भरपाई किसी भी स्तर से नहीं होती हैं। जानवरों से होने वाली क्षति की जानकारी वर्षो से कृषि विभाग को दी जाती रही है लेकिन, संबंधित अधिकारियों द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी अर¨वद कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई दिशा- निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। जानकारी लेकर किसानों को चौपाल में अवगत कराया जाएगा।