घात लगाए अपराधियों ने मौका मिलते ही लूट लिए रुपये
रविवार की देर शाम शहर के बाइपास रोड में गैस एजेंसी के संचालक से हुई चार लाख की लूट के बाद अब यह बात सामने आ रही है कि अपराधी पहले से ही एजेंसी संचालक के पीछे लगे हुए थे। और बाइपास रोड पहुंचने
बक्सर : रविवार की देर शाम शहर के बाइपास रोड में गैस एजेंसी के संचालक से हुई चार लाख की लूट के बाद अब यह बात सामने आ रही है कि अपराधी पहले से ही एजेंसी संचालक के पीछे लगे हुए थे। और बाइपास रोड पहुंचने के बाद मौका मिलते ही उन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया। जबकि, दूसरी तरफ हमेशा की तरह सांप गुजर जाने के बाद सारी रात पुलिस लाठियां पीटने की कवायद में लगी रही।
इसकी जानकारी देते गैस एजेंसी के संचालक मृत्युंजय पाण्डेय ने बताया कि रविवार को बिक्री हुए 400 सिलेंडरों के पैसों के अलावा शनिवार की बिक्री के भी रुपयों को लेकर सुरक्षित रखने की नियत से वो शहर के वीर कुंवर सिंह कॉलोनी स्थित आवास जा रहे थे। तब एजेंसी से निकलते समय उनके साथ उनका एक कर्मचारी जगन्नाथ शर्मा भी उनके साथ बाइक पर बैठा हुआ था। चीनी मिल से शांतिनगर पुल से होते निकलने के बाद उन्होंने कर्मचारी को सोहनीपट्टी मोड़ पर उतार दिया। और वहां से अकेले ही बढ़ते हुए अभी ब्रेकर पर पहुंचे थे कि अपाची पर सवार तीन चेहरा बांधे युवकों ने रोक दिया और पिस्टल निकाल लिया। पिस्टल देखते ही एजेंसी संचालक तेजी से बाइक को मोड़ सोहनीपट्टी की तरफ जाने वाली सड़क पर भागे। सोहनीपट्टी सड़क पर पहुंचते ही अपनी ही तेजी में बाइक समेत गिर पड़े। पीछे पड़े अपराधियों को देख उन्होंने अपने कर्मचारी को चिल्लाकर बैग सम्हालने को बोला जो उस वक्त अभी पास ही था। इस दौरान कर्मचारी भी बैग लेकर जैसे ही भागने को हुआ कि तब तक पीछे लगे अपराधियों ने वहां पहुंचकर पिस्टल के बल पर कर्मचारी से बैग छीन लिया। मामले में थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस द्वारा चारों तरफ नाकाबंदी करते हुए अपाची चालकों की चेकिग शुरू कर दी गई। इसी बीच घटना से महज आधा घंटा बाद शहर के पंचमुखी महावीर मंदिर के पास अपाची पर सवार तीन युवक दिखाई दिए। जिन्हें रुकने का इशारा करते ही वो बाइक वहीं छोड़ गलियों के रास्ते भाग निकले। बाइक को जब्त कर लिया गया पर, बाद में तस्दीक करने पर पता चला कि यह कुछ लफंगे टाइप के युवक थे जो पुलिस को देखते ही डर से बाइक छोड़कर भाग गए थे। हालांकि, लूट की वारदात को लेकर रात भर संदिग्ध ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी की गई पर कोई उपलब्धि नहीं मिली है।
आठ माह पहले हुई लूट में अब तक चार्जशीट नहीं
एजेंसी मालिक मृत्युंजय पाण्डेय ने बताया कि इसके पहले भी जून 2019 में अपराधियों ने उनके गैस गोदाम से 75 हजार की लूट को अंजाम दिया था। उस घटना को लेकर दर्ज कराए गए केस में पुलिस द्वारा आज तक चार्जशीट दाखिल नहीं किया गया है। जिसके लिए वो बार-बार थाना के चक्कर लगाते थक चुके हैं। शनिवार की सुबह भी उक्त घटना को लेकर थानाध्यक्ष से बात की थी और सोमवार को वो चार्जशीट तैयार करवाने के लिए थाना जाने वाले थे कि तभी लूट की यह दूसरी वारदात भी उन्हीं के साथ हो गई। अब वो पहले की घटना के लिए पुलिस की सिफारिश करें या फिर नई घटना की प्राथमिकी दर्ज कराएं यह उनकी समझ में नहीं आ रहा है। जिला पुलिस लूट की घटनाओं को कोई तवज्जो नहीं दे रही है। जिला पुलिस के लिए लूट की वारदात एक सामान्य सी घटना है तभी तो आठ माह पूर्व हुई लूट की घटना में बार-बार प्रयासों के बावजूद पुलिस द्वारा अब तक चार्जशीट भी तैयार नहीं किया गया।