कैलाश खेर के गीतों से गूंजा बक्सर का अहिरौली धाम, बाहुबली के जय-जयकारा गीत पर झूम उठे श्रोता
समागम के मंच पर कैलाश खेर की जादुई आवाज से समां बांधा। अहिरौली धाम में पद्म श्री गायक की आवाज में दे रात तक डूबे रहे श्रोता। आज सुप्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौडवाल के मधुर गीतों का श्रोता उठाएंगे आनंद।
बक्सर, जागरण संवाददाता। अहिरौली धाम में मंगलवार को दिन में धर्म सम्मेलन के बाद शाम में सांस्कृतिक मंच सुप्रसिद्ध गायक पद्म श्री कैलाश खेर के नाम रहा। बॉलीवुड और सूफी गायक कैलाश खेर ने अपनी जादुई आवाज से ऐसा समां बांधा देर रात तक वहां मौजूद हजारों श्रोता आनंद के सागर में गोते लगाते रहे। रात जैसे ही कैलाश खेर मंच पर पहुंचे, दर्शकों ने तालियों से उनका स्वागत किया। मंच पर केंद्रीय मंत्री वन एवं पर्यावरण मंत्री अश्विनी चौबे ने उनका स्वागत किया।
तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा अहिरौली धाम
कैलाश खेर ने अपने चिर-परिचित अंदाज में जब सुर लगाया तो श्रोता झूम उठे। प्रसिद्ध गायक की आवाज सुनने के लिए दूर-दूर से लोग वहां पहुंचे थे। कैलाश खेर ने सबसे पहले शंभू-शंभू गीत से अपनी प्रस्तुति की शुरूआत की। इसी गाने ने मिठी ठंड में जमे श्रोताओं को मस्त कर दिया। बाहुबली का जय-जयकारा गीत की शुरुआत करते ही लोग झूम उठे। तालियों की गड़गड़ाहट से क्षेत्र गूंज उठा। इसके बाद 'हो गई मैं तेरी दीवानी, यारा तेरी याद, तू जाने न, मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया' आदि एक से बढ़कर एक गीतों से उन्होंने माहौल को पूरी तरह संगीतमय कर दिया। बुधवार को सांस्कृतिक मंच अनुराधा पौडवाल ने संभाला। इन्हें सुनने के लिए निर्धारित समय से काफी पहले ही कार्यक्रम स्थल पूरी तरह भर चुका था।
बक्सर के लोगों के प्यार मुझे यहां बार-बार खींच लाया- कैलाश खेर
गाने के बीच में कैलाश खेर ने बक्सर जिला और यहां के लोगों की खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि यहां के श्रोता शानदार हैं। वे खुद सौभाग्यशाली हैं कि प्रभु श्रीराम के बक्सर में उन्हें कार्यक्रम प्रस्तुत करने का मौका मिला है। युवाओं ने उनके गानों पर जमकर सीटियां बजाईं।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में आज होंगी देवी
सनातन संस्कृति समागम में आज गुरुवार को देर शाम मंच पर प्रख्यात भोजपुरी गायिका देवी कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी। मंच पर प्रख्यात गायक अखिलेंद्र मिश्रा और कल्लू भी अपनी जादुई आवाज का जलवा बिखेरेंगे।