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जिले में 8.65 मिलीमीटर हुई वर्षा, ज्यादा हुआ पानी तो बिचड़ा को नुकसान

बक्सर। पिछले दो-तीन दिन से प्री मानसूनी सक्रियता के साथ ही मानसून ने भी दस्तक दे दिया है। शुक्रवार की देर रात व शनिवार को दिन में भी कई मर्तबा बारिश की बूंदें गिरी। जिला कृषि विज्ञान केंद्र से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार की सुबह 800 बजे से पूर्व जिले में 8.65 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। बादल आसमान में लगभग पूरे दिन उमड़े रहे और उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 11:41 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 11:41 PM (IST)
जिले में 8.65 मिलीमीटर हुई वर्षा, ज्यादा हुआ पानी तो बिचड़ा को नुकसान
जिले में 8.65 मिलीमीटर हुई वर्षा, ज्यादा हुआ पानी तो बिचड़ा को नुकसान

बक्सर। पिछले दो-तीन दिन से प्री मानसूनी सक्रियता के साथ ही मानसून ने भी दस्तक दे दिया है। शुक्रवार की देर रात व शनिवार को दिन में भी कई मर्तबा बारिश की बूंदें गिरी। जिला कृषि विज्ञान केंद्र से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार की सुबह 8:00 बजे से पूर्व जिले में 8.65 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। बादल आसमान में लगभग पूरे दिन उमड़े रहे और उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है। हालांकि, ज्यादा पानी को धान के बिचड़ा के लिए किसान मुफीद नहीं मान रहे हैं। जलवांसी के किसान श्रीराम सिंह ने कहा कि ज्यादा बारिश हुई तो बिचड़ा के गलने का खतरा पैदा हो जाएगा।

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कृषि विज्ञान केंद्र के लघु तापमापी केंद्र, कुकुढ़ा से मिली जानकारी के अनुसार आज न्यूनतम तापमान 24.8 व अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इधर, शाम 4 बजे के बाद मौसम का रुख पूरी तरह से बदला हुआ नजर आया। इस दौरान बादलों की संघनता मानसून के आगमन के संकेतक बने हुए थे। ऐसे में अधिक तापमान और अधिक उमस का दौर अब आने की कम संभावना प्रतीत होने लगी है। हालांकि, मौसम का रुख शुक्रवार देर रात से ही बदला हुआ है। जब प्री मानसूनी बादलों से झमाझम बरसात हुई और झूमकर बरसे बादलों ने लोगों को गर्मी से खूब राहत दी। माना जा रहा है कि शनिवार की शाम 4 बजे के बाद आसमान में गहराए बादल मानसून के हैं और अब आने वाले दिनों में बादलों की सक्रियता का दौर बना रहेगा और बादल बारिश कराएंगे। कृषि विज्ञानी डॉ. देवकरण ने उमड़े बादलों के बाद कृषकों से पानी संरक्षण किए जाने को लेकर पर्याप्त व्यवस्थाएं पूरी कर लेने को कहा है। इसके अंतर्गत खेतों की मेड़ों को ऊंची करने नहर, पाइन, आहार, पोखर, तालाब, जलकुंड आदि की साफ-सफाई व मरम्मत की आवश्यकता जताई है। वहीं, किसानों से मानसूनी वर्षा का भरपूर लाभ लेते हुए मक्का, अरहर, उड़द, तिल, मूंगफली आदि की बुआई कर लेने को कहा है। गत 24 घंटे में किस प्रखंड में कितनी हुई बारिश 1. बक्सर 29.2

2. सिमरी 25.8

3. ब्रह्मपुर 16.8

4. इटाढी 10.0

5. चौसा 9.4

6. चक्की 3.6

7. डुमरांव 0.4


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