तीन हथियार और आधा किलो गांजा के साथ 6 तस्कर गिरफ्तार
बक्सर पड़ोसी राज्य यूपी से सटे सीमावर्ती बक्सर जिला में चुनाव को देखते शराब तस्करों की सक्रि
बक्सर : पड़ोसी राज्य यूपी से सटे सीमावर्ती बक्सर जिला में चुनाव को देखते शराब तस्करों की सक्रियता काफी बढ़ी हुई है। तो दूसरी ओर पुलिस भी अपनी सक्रियता को बढ़ाते हुए तस्करों का नेटवर्क ध्वस्त करने में लगातार लगी है। इस दिशा में सोमवार की रात नावानगर पुलिस को अंतरजिला तस्कर गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है। तस्करों के पास से पुलिस ने आधा किलो गांजा, तीन अवैध देशी कट्टा और जिदा कारतूस के साथ सात मोबाइल भी बरामद किया है।
इसकी जानकारी देते पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को अचानक पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि रोहतास के मलियाबाग होते भारी मात्रा में शराब के साथ तस्करों का अंतरजिला गिरोह सफेद रंग की बोलेरो से केसठ की ओर शराब की खेप पहुंचाने जाने वाला है। सूचना के आलोक में तत्काल डुमरांव डीएसपी केके सिहं के नेतृत्व में नावानगर थानाध्यक्ष संजय कुमार, एसआइ प्रशांत कुमार डे तथा डीआइयू टीम के साथ टीम का गठन कर छापेमारी के लिए भेजा गया। तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस ने बुढैला पुल के समीप वाहन जांच लगाकर तस्करों का इंतजार करने लगी। तभी सफेद रंग की बोलेरो आते दिखाई दी, जिसे रूकने का इशारा करने पर बोलेरो सवार तस्करों ने भागने का प्रयास किया, पर उन्हें घेरकर पकड़ लिया गया। बोलेरो में कुल छह व्यक्ति सवार थे, जिनकी तलाशी में उनके पास से तीन अवैध देशी कट्टा और जिदा कारतूस के साथ आधा किलो गांजा, 12 हजार नगद और सात मोबाइल बरामद किया गया। पुलिस ने बोलेरो समेत बरामद सारा सामान जब्त करने के साथ सभी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में गिरफ्तार तस्करों की पहचान कृष्णाब्रह्मा निवासी दीपू कुमार, कोरानसराय के बसगतियां निवासी उत्तम कुमार, सोनवर्षा ओपी के गिरधर बरांव निवासी चंदन कुमार, डुमरांव के पीड़िया निवासी ब्रजेश कुमार, आरा बिचली बाजार निवासी संतोष कुमार जायसवाल तथा भोजपुर के पिरो निवासी हरीश कुमार के रूप में की गई। एसपी ने बताया कि इस दौरान शराब की खेप नहीं पकड़ी जा सकी।
हरियाणा से लेकर चले थे शराब की खेप
एसपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि अंतरजिला गिरोह के शराब तस्करों ने हरियाणा से शराब की खेप मंगाई थी। इसे केसठ समेत कई अन्य स्थानों पर पहुंचाया जाना था। इस बीच यूपी की सीमा पार करने के बाद जिलों की सीमा भी लगातार तस्कर पार करते रहे पर, कहीं भी उन्हें पकड़ा नहीं जा सका था। जब तक पुलिस कार्रवाई शुरू होती तब तक शराब की खेप निकल चुकी थी, जिससे उसे पकड़ा नहीं जा सका।
अंतरजिला शराब तस्करों का था गिरोह
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए शराब तस्करों की बड़े शराब माफिया के रूप में गिनती होती है। लम्बे समय से यह गिरोह शराब की तस्करी में लगातार लगा हुआ है। गिरोह का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ है, जहां तस्करों द्वारा शराब और गांजा आदि मादक पदार्थों की तस्करी कर माल पहुंचाने का काम किया जाता था। पूछताछ के माध्यम से तस्करों के नेटवर्क के बारे में पता लगाया जा रहा है, जहां छापेमारी करते हुए सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।