पुआल में छिपाकर रखी 390 पेटी शराब बरामद
रविवार की सुबह मुरार पुलिस को शानदार सफलता मिली पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अमसारी गांव के नोखपुर स्थित अनुसूचित बस्ती में भारी मात्रा में शराब छिपाकर रखी गई है।
बक्सर। रविवार की सुबह मुरार पुलिस को शानदार सफलता मिली पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अमसारी गांव के नोखपुर स्थित अनुसूचित बस्ती में भारी मात्रा में शराब छिपाकर रखी गई है। सूचना मिलते ही पुलिस एक्शन में आई और एसआइ श्रीकृष्णा सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की। जहां सुदामा पासवान पिता स्व. मगधु पासवान के घर में दस्तक दी गई। इस दौरान एक घर पुआल से भरा पड़ा था, पुलिस को पूरे घर में जब कहीं शराब नहीं मिली तो घर के अंदर रखे पुआल के ढेर को टटोलना शुरू किया। तब पुलिस को यह सफलता मिली। पुआल के अंदर छिपाकर रखा गया 300 पेटी शराब बरामद हुआ। इसके बाद बगल के ही सोनू पासवान पिता भिखारी पासवान के घर में दस्तक दी गई। यहां भी एक घर पुआल के ढेर से भरा पड़ा था। पुलिस ने यहां भी पुआल के ढेर में तलाशी शुरू की तो 90 पेटी शराब बरामद हुई। कुल मिलाकर पुलिस ने 18,720 पीस शराब बरामद की है। जिसकी कीमत करीब 20 लाख रुपये बताई जाती है। पुलिस के आने की भनक लगते ही दोनों धंधेबाज घर छोड़कर भाग निकले। पुलिस द्वारा दोनों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हालांकि, पुलिस को भी शराब की तस्करी में इन दोनों की भूमिका संदेहास्पद लग रही है। दोनों के घर की माली हालत और शराब की कीमत देखकर तय बात है कि इतनी बड़ी शराब तस्करी का किगपिन कोई और है। कौन है शराब तस्करी का सबसे बड़ा किगपिन अमसारी गांव के नोखपुर स्थित अनुसूचित बस्ती में भारी मात्रा में बरामद शराब का असल किगपिन कोई और है। जिन घरों में पुलिस ने शराब बरामद की है। उनकी माली हालत देखने से ऐसा नहीं लग रहा कि वे इतने भारी मात्रा में शराब की खरीद और खपत कर पाएंगे।दोनों नामजद इस तस्करी के मोहरा मात्र हैं। दोनों तस्करी में बड़ा चेहरा कोई और है जो पैसे के बल पर गरीबों को इस्तेमाल कर रहा है। पुलिस अनुसंधान में उन चेहरों को सामने लाने का प्रयास करेगी। मुरार थाना के एसआइ कृष्णा सिंह का कहना है कि मामले के अनुसंधान में उन बड़े चेहरे की तलाश की जाएगी, जो इस तस्करी के मास्टरमाइंड हैं।