आशा कार्यकर्ताओं ने जड़ा सीएचसी में ताला
उदवन्तनगर। शुक्रवार को हड़ताल के 35वें दिन तथा भूख हड़ताल के तीसरे दिन भी आशा कार्यकर्ताओं ने सीएचसी, उदवन्तनगर में ओपीडी सहित सभी स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह बाधित रखा। आशा कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य केंद्र में ताला जड़ कर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया तथा सरकार विरोधी नारे लगाए।
उदवन्तनगर। शुक्रवार को हड़ताल के 35वें दिन तथा भूख हड़ताल के तीसरे दिन भी आशा कार्यकर्ताओं ने सीएचसी, उदवन्तनगर में ओपीडी सहित सभी स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह बाधित रखा। आशा कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य केंद्र में ताला जड़ कर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया तथा सरकार विरोधी नारे लगाए। टीकाकरण सहित सभी स्वास्थ्य सेवाएं बाधित रहीं। बच्चों को टीका दिलाने आई महिलाओं को आशा कार्यकर्ताओं ने बैरंग लौटा दिया। बिहार चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ व सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता(आशा) संघर्ष समिति के बैनर तले गत 1 दिसम्बर से हड़ताल कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस बार लड़ाई आरपार की होगी। उन्होंने कहा कि 29 जून 2015 को सरकार के साथ हुए समझौते के सभी ¨बदुओं को लागू करने, आशा कार्यकर्ताओ को सरकारी सेवक घोषित करते हुए कम से कम 18000 रूपये मासिक मानदेय निर्धारित करने, योग्यताधारी आशा कार्यकर्ताओ के लिए नर्सिंग स्कूलों में आधी सीटें आरक्षित करने, योग्यताधारी आशा फैसलिटेटरों को प्रखंड सामुदायिक समन्वयक के 50 प्रतिशत सीटों पर बहाल करने, आशा कार्यकर्ताओ को सभी सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने सहित 12 सूत्री मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। बताते चलें कि आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। टीकाकरण, बंध्याकरण सहित सभी स्वास्थ्य सेवाएं पूर्णतया बाधित हैं। इस मौके पर मंजू सिन्हा, अनिता कुंवर, सरिता देवी, पुष्पा देवी, उर्मिला, पूनम, दुर्गा, मीना, रीना, शोभा, प्रमिला, सुभान्ती, रेणु, सावित्री, ललिता, रीता, आशा, सरोज, मंजू, रूकमीणा आदि मुख्य थी ।