मोदी सरकार के काम से कोई भी दुखी नहीं
पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद डॉ. सीपी ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के किसी भी काम से कोई दुखी नहीं है।
आरा। पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद डॉ. सीपी ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के किसी भी काम से कोई दुखी नहीं है। मुस्लिम भाइयों में भी चार जातियों को आरक्षण का लाभ मिला है। क्रिश्चियन व अन्य धर्म के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। कोई भी वर्ग उपेक्षित नहीं रहेगा। ये बातें उन्होंने शनिवार को स्थानीय नागरिक प्रचारिणी सभागार में नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एवं भाजपा के अन्य सहयोगी दलों को इसके लिए आभार व्यक्त किया जाना चाहिए। श्री ठाकुर ने कहा कि आजादी के 70 वर्षों बाद केंद्र सरकार द्वारा सामान्य वर्ग को आर्थिक आधार पर आरक्षण देने में उनकी अहम भूमिका है। शुरू से ही सामान्य वर्ग के हित में मैंने आवाज उठाई थी। बहुत पहले मैंने समाज में देखा कि सवर्ण लोगों में भयंकर गरीबी है। गरीबी के कारण बच्चों को शिक्षा देना उनके लिए मुश्किल था। तब मैंने प्रधानमंत्री मोदी जी को आरक्षण के लिए पत्र लिखा। उन्होंने मेरी बातों को गंभीरता से लेते हुए आर्थिक आधार पर सामान्य वर्ग को आरक्षण देने का प्रावधान किया। इसके लिए पूरा सामान्य वर्ग उनका शुक्रगुजार हैं। विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण ¨सह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिया गया आरक्षण सामान्य वर्ग का सम्मान है अधिकार नहीं। विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अमरेंद्र प्रताप ¨सह ने कहा कि दोनों के बिना कोई सरकार नहीं बना सकता। इस समाज को मिलाकर ही देश को चलाया जा सकता है। देश में सभी का विकास जरूरी है। अभी तक जो सामान्य वर्ग के लोग जो लगभग 48 करोड़ हैं, इसमें भी गरीब लोग हैं। उन्हें साथ लिए बिना देश का विकास संभव नहीं है। समारोह की अध्यक्षता बिहार विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप ¨सह ने की। जबकि संचालन सवर्ण आरक्षण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक संतोष पांडेय ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में भाजपा नेता हाकिम प्रसाद, पूर्व विधायक संजय ¨सह टाइगर, मुन्नी देवी, दीपक ठाकुर, जया जैन, सूर्यनाथ ¨सह, महेश पासवान, बलराम ¨सह, पवन ¨सह, विजेता विजय वर्धन, डॉ. रमेश कुमार सिन्हा, सुशील मिश्रा, नवीन कुमार, संजय तिवारी, रानी राय, प्रतिमा ¨सह, संजीव पांडेय, कुमुद पांडेय व परशुराम चौधरी समेत कई लोग प्रमुख थे।