भोजपुर में भूमि विवाद में चाचा-भतीजा की हत्या
भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कुसुमाही टोला गांव में भूमि विवाद को लेकर शुक्रवार की दोपहर दो गुटों के बीच सरेआम बंदूकें गरज उठीं।
आरा। भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कुसुमाही टोला गांव में भूमि विवाद को लेकर शुक्रवार की दोपहर दो गुटों के बीच सरेआम बंदूकें गरज उठीं। इस दौरान जमकर फायरिग हुई। जिसमें चाचा-भतीजे को गोली मार दी गई। जिसमें दोनों चाचा-भतीजा की मौत हो गई । फायरिग में दूसरे पक्ष के भी एक महिला को गोली लगी है। मृतकों में कुसुमाही टोला गांव निवासी 47 वर्षीय सुरेश सिंह एवं उसके 62 वर्षीय चाचा कलक्टर सिंह शामिल है। कलक्टर सिंह को सिर व मुंह के भाग में गोली लगी थी। गंभीर हालत में इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान रास्ते में दम तोड़ दिया। फायरिग में दूसरे पक्ष की भी एक महिला को गोली लगी है। घायल 50 वर्षीय सुनैना देवी कुसुमाही टोला निवासी सत्येन्द्र सिंह की पत्नी है। जख्मी महिला को गोली दायें हाथ में लगी है। घटना अपराह्न करीब दो बजे के आसपास की है। करीब दो दर्जन से अधिक राउंड फायरिग की बात सामने आ रही है। पुलिस को मौका-ए-वारदात से खोखा भी मिला है। पुलिस दो-तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। दोहरे हत्याकांड के बाद तनाव गहरा गया है।
------ एक कट्ठा सरकारी भूमि पर दखल-कब्जे को लेकर चला आ रहा विवाद
बताया जाता है कि कुसुमाही टोला गांव में एक कट्ठा सरकारी भूमि है। संबंधित भूमि पर दखल-कब्जे को लेकर लगभग दो-ढाई वर्षों से गांव के सुरेश सिंह एवं सत्येन्द्र सिंह के बीच वाद-विवाद चला आ रहा था। शुक्रवार को मापी के दौरान विवाद ने तूल पकड़ लिया।मृतक के भाई मनीष कुमार ने बताया कि उनके चाचा कलक्टर सिंह अपने दरवाजे पर बैठे थे। इस दौरान दूसरे पक्ष के लोग वहां आ धमके। जिसके बाद नोकझोंक शुरू हो गई। देखते ही देखते विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया। जिसके बाद दूसरे पक्ष द्वारा ताबड़तोड़ फायरिग शुरू कर दी गई। फायरिग के दौरान छर्रा लगने से दोनों चाचा-भतीजे जख्मी हो गए। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल,आरा लाया जा रहा था, तभी भतीजे सुरेश सिंह ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बावजूद इसके परिजन उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाएं। जहां, चिकित्सक ने देख सुरेश सिंह को मृत घोषित कर दिया। जबकि जख्मी चाचा कलक्टर सिंह का प्राथमिक उपचार करने के बाद उनकी हालत को चिताजनक देखते हुए पटना रेफर कर दिया। लेकिन, पटना ले जाने के क्रम में घायल चाचा ने भी दम तोड़ दिया। बाद में सूचना मिलने पर उदवंतनगर पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंची।
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घर में मौत को लेकर चल रही थी दशक्रम की तैयारी, तभी वारदात बताया जाता है कि कुसुमाही टोला निवासी सुरेश सिंह के चचेरे चाचा प्रकाश सिंह का शुक्रवार को दशक्रम था। करीब 10 दिनों पूर्व बीमारी से प्रकाश सिंह की मौत हुई थी। दूसरी ओर मृतक सुरेश सिंह के भाई मनीष कुमार ने गांव के ही सत्येंद्र सिंह एवं उनके परिवार वालों पर गोलीबारी कर मारने का आरोप लगाया है।हालांकि, पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है।
------- पंचायती के दौरान विवाद ने तूल पकड़ा
सूत्रों के अनुसार, मारे गए सुरेश सिंह के परिवार के लोग उक्त सरकारी जमीन पर मवेशी बांधा करते थे। जबकि दूसरे पक्ष के लोग इसका विरोध करते थे। शुक्रवार को विवाद के निपटारे के लिए पंचायती भी बुलाई गई थी। इसी दौरान विवाद ने तूल पकड़ लिया। बात फायरिग व हत्या तक जा पहुंची। पहले चाचा एवं फिर भतीजा को गोली मारी गई। ----
दो बेटों व दो बेटियों के सिर से उठा पिता का साया कुसुमाही टोला निवासी मृतक सुरेश सिंह के परिवार में पत्नी लीलावती देवी व दो पुत्र प्रिस कुमार एवं सुमन कुमार हैं। वारदात के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया। मौत के बाद मृतक की पत्नी लीलावती देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। इसी तरह मारे गए कलक्टर की मौत के बाद दो बेटियों पुष्पम एवं तारामुनी देवी के सिर से पिता का साया उठ गया है। पत्नी फुलवंती देवी का रो-रोकर बुारा हाल था। आसपास के लोग ढांढस बंधाने में लगे थे।