हथियार के साथ दो नक्सली गिरफ्तार
भोजपुर जिले के सिकरहटा थाना के रन्नी गांव में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी से जुड़े दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरा। भोजपुर जिले के सिकरहटा थाना के रन्नी गांव में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी से जुड़े दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए नक्सलियों के घर से एक अवैध रायफल व दो बंदूक समेत बैरल व काला झंडा बरामद किया गया है। जबकि इस कार्रवाई में कुख्यात हार्डकोर नक्सली श्याम बिहार राय भाग निकलने में सफल हो गया। भोजपुर एसपी आदित्य कुमार ने गुरुवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पकड़े गए दोनों नक्सली रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं। इस मामले में एक केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रन्नी गांव निवासी नक्सली शिवबिहारी राय तथा उसके सगे कुख्यात भाई श्यामबिहारी राय के बेटे अजीत कुमार को गिरफ्तार किया है। भोजपुर एसपी को सूचना मिली थी कि सिकरहटा थाना के रन्नी गांव में हार्डकोर नक्सली श्यामबिहारी राय अपने सहयोगियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है। जिसके आधार पर एएसपी अभियान नितिन कुमार तथा पीरो डीएसपी रेशु कृष्णा के नेतृत्व में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान शिवबिहारी राय तथा उसके भतीजा अजीत राय को धर-दबोचा गया। जबकि कुख्यात नक्सली श्याम बिहारी राय भाग निकला। इस दौरान पकड़े गए सदस्यों की निशानदेही पर एक रायफल, एकनाली बंदूक का बैरल, एक दोनाली बंदूक का बैरल, दो बंदूक का बट, दो लोहे का ट्रीगर, दो बट प्लेट, नौ स्क्रू , एक काला रंग का बट कवर, दो फोर हेड गार्ड तथा दो काला झंडा बरामद किया गया।
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पूर्व के नरसंहार में चार्जशीटेड रहा है वांछित श्याम बिहारी राय
- शुरुआती दिनों में रणवीर सेना के लिए करता था काम
- बाद में एमसीसीआई से जुड़े होने के मिल रहे संकेत जागरण संवाददाता, आरा
भोजपुर जिले के सिकरहटा थाना के रन्नी गांव में छापेमारी के दौरान पुलिस के हाथों से बच निकला श्याम बिहारी राय का लंबे समय से आपराधिक इतिहास रहा है। वह पूर्व के नरसंहार से लेकर सामूहिक हत्याकांड जैसी बड़ी घटनाओं में चार्जशीटेड रहा है । इधर, आर्म्स एक्ट के मामले में भी पुलिस ने पुन: आरोपी बनाया है। जिसके आधार पर पुलिस वांछित को गिरफ्तार करने के प्रयास में लगी है। एसपी के अनुसार 15 दिसंबर वर्ष 1998 में सिकरहटा के इटहुरी इलाके में सामूहिक हत्याकांड की घटना घटित हुई थी। जिसमें तरारी के डुमरिया निवासी अलगू रवानी, भुअर रवानी व श्याम सुंदर रवानी मारे गए थे। इस केस में श्याम बिहारी राय को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था। इसके अलावा 10 सितंबर साल 2000 में भी सिकरहटा इलाके में नरसंहार की घटना घटित हुई थी। जिसमें वांछित श्याम बिहारी को नामजद आरोपी बनाया गया था। हालांकि, पकड़े गए शिव बिहारी राय तथा उसके भतीजे अजीत राय के विरुद्ध कोई आपराधिक केस अभी तक नहीं मिला है। श्याम बिहारी राय शुरू के दिनों में प्रतिबंधित संगठन रणवीर सेना से जुड़ा था। बाद में एमसीसीआई से जुड़े होने के संकेत मिले है। टीम में एएसपी अभियान नितिन कुमार व पीरो डीएसपी रेशु कृष्णा के अलावा सिकरहटा थानाध्यक्ष सुभाष राय, इमादपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार, चौरी थानाध्यद्वक्ष अभय शंकर व सिकरहटा थाना के एएसआई रामाश्रय समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।