जेल की जंग का खूनी रंग! जमानत पर छूटे युवक को गोली मारकर भाग रहे दो बदमाशों को भीड़ ने पीटा, तीनों आरा रेफर
Ara Crime चरपोखरी थाना क्षेत्र नगरी हॉल्ट के पास सोमवार की देर शाम एक व्यक्ति को गोली मारकर भाग रहे दो बदमाशों को भीड़ ने धर दबोचा और दोनों की पिटाई कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, आरा: चरपोखरी थाना क्षेत्र नगरी हॉल्ट के पास सोमवार की देर शाम एक व्यक्ति को गोली मारकर भाग रहे दो बदमाशों को भीड़ ने धर दबोचा और दोनों की पिटाई कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं, एक अन्य की तलाश जारी है। गोली से घायल 30 वर्षीय सुशील पांडेय नगरी गांव निवासी कमलेश पांडेय का पुत्र है। हाल में जेल से जमानत पर छूटा था। गोली से घायल तथा दो हमलावरों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पूर्व के विवाद में घटना घटित होने की बात सामने आ रही है। दोनों आरोपित विष्णु पांडेय तथा सौरव पांडेय सिकरहटा थाना के निर्भयडीहरा गांव के निवासी हैं। रिश्ते में भाई लगते है।
पुलिस के अनुसार, आरोपित विष्णु पांडेय पांच दिनों पूर्व जेल से जमानत पर छूटा था। पूर्व में आर्म्स एक्ट में जेल गया था। घटना शाम सवा सात बजे की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नगरी गांव निवासी सुशील पांडेय संध्या समय नगरी हॉल्ट की ओर गया हुआ था तभी तीन की संख्या में रहे हथियार बंद आरोपितों ने उसे गोली मार दी। गर्दन के भाग में गोली लगने के बाद हो-हल्ला होने पर आसपास के लोग जुट गए।
इसके बाद भीड़ ने हमलावरों में से दो को विष्णु पांडेय तथा सौरव पांडेय को धर दबोचा और जमकर धुनाई कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही चरपोखरी थानाध्यक्ष निकुंज भूषण दल-बल के साथ घटनास्थल पहुंचे तथा दोनों बदमाशों को हिरासत में ले लिया।
इधर, गोली लगने से जख्मी तथा मारपीट में जख्मी बदमाशों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चरपोखरी लाया गया, जहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने गोली लगने से जख्मी युवक तथा पिटाई से जख्मी बदमाशों को आरा रेफर कर दिया।
जेल में भी हुआ था विवाद
इस संबध में थानाध्यक्ष निकुंज भूषण ने बताया कि घटना का तार जेल से ही जुड़ा हुआ है। नगरी गांव के सुशील पांडेय एनडीपीएस एक्ट में करीब ढाई साल जेल में था। तीन माह पहले जमानत पर छूटा है, जबकि घटना को अंजाम देने वला विष्णु कुमार भी आर्म्स एक्ट के मामले में जेल गया था।
दोनों के बीच किसी तरह की नोकझोंक हुई थी, उसी मामले में जेल से छूटने के बाद विष्णु ने इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि, इस मामले में हर एक बिंदु पर तहकीकात की जा रही है। गोली चलाने के आरोपित विष्णु पांडेय का पूर्व से अपराधिक इतिहास रहा है।