कार्य पूर्ण होने के बावजूद भुगतान नहीं
पीरो प्रखंड के जितौरा जंगल महाल पंचायत सहित अन्य कई पंचायतों में मनरेगा के तहत दो वर्ष पूर्व कराए गए विकास कार्यों से संबंधित प्राक्कलित राशि का भुगतान नहीं हो पाया है।
आरा। पीरो प्रखंड के जितौरा जंगल महाल पंचायत सहित अन्य कई पंचायतों में मनरेगा के तहत दो वर्ष पूर्व कराए गए विकास कार्यों से संबंधित प्राक्कलित राशि का भुगतान नहीं हो पाया है। इसके लिए संबंधित पंचायत रोजगार सेवक व पंचायत तकनीकी सहायक को जिम्मेवार बताया जा रहा है। पंचायत की मुखिया रेणु देवी की मानें तो यहां पदस्थापित पंचायत रोजगार सेवक व पंचायत तकनीकी सहायक की मनमानी चरम पर है। ये दोनों कर्मी मुख्यालय में रहने के बजाए अपने-अपने घरों से ही मनमाने ढंग से ड्यूटी करते हैं। मुखिया के अनुसार उक्त मनरेगा कर्मियों की मनमानी के कारण यहां विभागीय कार्य सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। जितौरा जंगल महाल पंचायत में दो साल पहले मनरेगा के तहत छठ घाट निर्माण, पीसीसी सड़क, नाली निर्माण सहित कई कार्य पूर्ण हो चुके हैं, लेकिन अभी तक मैटेरियल की राशि का भुगतान लंबित है। जिसके कारण दूसरे और कार्य पूरे नहीं हो पा रहे हैं। मुखिया सहित दूसरे स्थानीय लोगों ने योजना राशि का भुगतान शीघ्र करने तथा मनमानी करने वाले मनरेगा कर्मियों पर अंकुश लगाने की गुहार विभागीय अधिकारियों से की है।