छह ट्रेनों से तीन हजार प्रवासी पहुंचे आरा
विगत 08 मई से आरा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी छात्र मजदूरों के आने का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार को आरा आई छह ट्रेनों से लगभग तीन हजार प्रवासी उतरे जिसमें सर्वाधिक 1256 प्रवासी दिन में 1020 बजे गाड़ी संख्या 4454 श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लुधियाना से आरा आए थे।
आरा। विगत 08 मई से आरा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी छात्र मजदूरों के आने का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार को आरा आई छह ट्रेनों से लगभग तीन हजार प्रवासी उतरे, जिसमें सर्वाधिक 1256 प्रवासी दिन में 10:20 बजे गाड़ी संख्या 4454 श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लुधियाना से आरा आए थे। जबकि 9791 श्रमिक स्पेशल ट्रेन 10:00 बजे, 4042 श्रमिक स्पेशल ट्रेन 10:27 बजे, 00302 श्रमिक स्पेशल ट्रेन 12:08 बजे, 04574 श्रमिक स्पेशल ट्रेन 12:20 तथा 06217 श्रमिक स्पेशल ट्रेन दोपहर 02:07 बजे आरा पहुंची। इस दौरान भोजपुर जिले से संबंधित सभी प्रवासियों को उनके प्रखंडों में बने क्वारंटीन सेंटरों पर बस से पहुंचाया गया। प्रवासी यात्रियों को क्वारंटीन सेंटरों तक पहुंचाने के लिए बसें पहले से ही स्टेशन परिसर में तैयार खड़ी थी। जिसके चलते ट्रेन आने के कुछ ही देर बाद सभी प्रवासी यात्री अपनी अपनी बसों में सवार होते गए। आरा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म से लेकर पूरे परिसर में रेल पुलिस से लेकर भोजपुर पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद थे।
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प्रवासी यात्रियों के सहयोग में स्वयंसेवक की तरह लगे रहे डीएम, एसपी व डीटीओ
आरा: लंबी दूरी की यात्रा कर विभिन्न ट्रेनों से आरा पहुंचे प्रवासी यात्रियों को वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रियता से काफी राहत मिली। ट्रेनों के आगमन से पहले ही डीएम रोशन कुशवाहा, एसपी सुशील कुमार, जिला डीटीओ माधव कुमार समेत कई आला अधिकारी आरा स्टेशन पहुंच चुके थे। इस दौरान आरा में खाली होने वाली लुधियाना से आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन से भारी संख्या में प्रवासी यात्रियों के उतरने के कारण थोड़ी देर के लिए अफरा तफरी मच गई। पर मौके पर मौजूद अधिकारियों ने त्वरित पहल कर प्रवासियों की भारी भीड़ को देखते ही देखते नियंत्रित कर लिया। यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग कराने से लेकर उन्हें उनके निर्धारित बसों तक पहुंचाने में डीएम, एसपी व डीटीओं स्वयं पहले करते नजर आ रहे थे। इस दौरान सभी प्रशासनिक अधिकारी प्रवासी यात्रियों की सहायता में स्वयंसेवक की तरह सहयोग करते नजर आ रहे थे। इस दौरान आरा में उतरे दूसरे जिलों के प्रवासियों के लिए बस की व्यवस्था नहीं होने कारण थोड़ी देर के लिए परेशानी जरूर बढ़ी थी। पर डीटीओ माधव कुमार की पहल पर उन्हें भी अन्य ट्रेनों से उनके गंतव्य स्थल के नजदीकी रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया गया। आलम यह था कि शुक्रवार की शाम तक पूरा स्टेशन परिसर प्रवासी यात्रियों से खाली नजर आ रहा था।