लूटपाट की साजिश रचते हथियार समेत तीन अपराधी गिरफ्तार
भोजपुर के गजराजगंज ओपी क्षेत्र अन्तर्गत बीबीगंज बाजार स्थित आभूषण दुकान में लूटपाट की योजना बनाते तीन अपराधियों को पुलिस ने हथियार समेत धर दबोचा है।
आरा। भोजपुर के गजराजगंज ओपी क्षेत्र अन्तर्गत बीबीगंज बाजार स्थित आभूषण दुकान में लूटपाट की योजना बनाते तीन अपराधियों को पुलिस ने हथियार समेत धर दबोचा है। पकड़े गए अपराधियों के पास से दो देसी पिस्तौल व आठ गोलियां बरामद की गई है। इसकी जानकारी भोजपुर एसपी आदित्य कुमार ने रविवार को प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में से एक अपराधी का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है। वह आरा रेलवे स्टेशन पर घटित दोहरे हत्याकांड वह सीएसपी संचालक की हत्या कर लूटपाट के मामले में पहले से फरार चल रहा था। पूछताछ के दौरान दोनों वारदातों में शामिल कई अन्य अपराधियों का भी पता चला है। लूटपाट की योजना बनाने व हथियार बरामदगी को लेकर अलग से केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा कि भोजपुर एसपी आदित्य कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि गजराजगंज ओपी क्षेत्र के बीबीगंज बाजार पर हथियारबंद अपराधी एकत्रित होकर आभूषण दुकान में लूटपाट करने की योजना बना रहे हैं। जिसके बाद गजराजगंज ओपी प्रभारी अनिल दुबे तथा डीआईयू प्रभारी ब्रजेश कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर बीबीगंज गोवर्द्धन पहाड़ के समीप छापेमारी कर बिहिया के बहोरनपुर ओपी अन्तर्गत गौरा निवासी शहजाद खां उर्फ मॉस मियां, बिहिया के लहंग डुमरिया गांव निवासी सिटू सिंह तथा मुफस्सिल थाना के रामपुर मिल्की निवासी मो. अशरफ को गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी के दौरान दो देसी पिस्तौल व आठ गोलियां बरामद की गई है। इसके अलावा एक बाइक भी जब्त किया गया है। पूछताछ में पता चला कि अपराधियों की योजना एक आभूषण दुकान में लूटपाट करने की थी। पकड़े गए अपराधियों में मो. शहजाद का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है।
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रेलवे स्टेशन पर डबल मर्डर व सीएसपी संचालक की हत्या में फरार था शहजाद
विगत वर्ष 4 मई को आरा रेलवे स्टेशन पर भलुहीपुर निवासी मो. हाकिम व बिद टोली निवासी पंकज उर्फ बोतल बिद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाद में जांच के दौरान आरा रेलवे स्टेशन पर घटित दोहरा हत्याकांड में सुपारी किलिग का मामला उजागर हुआ था। इस कांड में पुलिस ने अनाईठ निवासी ललित कुमार सिंह के पुत्र अजय कुमार उर्फ राजा को पिछले साल 31 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था। पकड़े गए राजा ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि धरहरा निवासी कुख्यात नईम मियां के इशारे पर अंजाम दिया गया था। इस घटना में अविनाश पांडेय, अजय उर्फ राजा, दीपक कुशवाहा, मो. शहजाद तथा अभिषेक उर्फ छोटू की संलिप्तता सामने आई थी। इस केस में अविनाश, अजय उर्फ राजा, दीपक पहले से जेल में बंद हैं। अब मो. शहजाद पकड़ा गया है। जबकि, नईम मियां व अभिषेक उर्फ छोटू फरार हैं। इसी तरह पिछले साल 4 अप्रैल को बिहिया के गौरा बाजार के समीप सीएसपी संचालक मोहन पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। साथ ही करीब 90 हजार रुपये भी लूट लिये गए थे। इसमें राजा उर्फ अभय तथा गप्पु नामक दो अपराधी पकड़े गए थे। जबकि शहजाद फरार था। बक्सर के ब्रह्मपुर थाना के नैनीजोर गांव निवासी मोहन पांडेय करजा बाजार पर सात साल से बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र चला रहे थे। घटना के समय बेलवनिया शाखा से पैसा निकालकर घर लौट रहे थे कि बरजा-चनउर गांव के समीप अपराधियों ने ताबड़तोड़ छह गोली मारकर पैसे लूट लिए। बाद में घायल सीएसपी संचालक की मौत हो गई। शहजाद के साथ पकड़े गए लहंग डुमरिया गांव निवासी सुरेन्द्र सिंह के पुत्र सिटू कुमार व रामपुर मिल्की निवासी मो. इसराल के पुत्र मो. असरफ के विरुद्ध पहले का कोई केस नहीं मिला है। टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी में सराहनीय भूमिका निभाने के लिए टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। टीम में गजराजगंज ओपी प्रभारी अनील दुबे के अलावा डीआईयू प्रभारी ब्रजेश कुमार, दारोगा जनेश्वर राम, एएसआई राम विरेन्द्र ठाकुर समेत अन्य पदाधिकारी व जवान शामिल थे।