सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले जाएंगे जेल : एसपी
आरा। व्हाट्सएप फेसबुक समेत सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले अब सावधान हो जाएं। भोजपुर पुलिस ने व्हाट्सएप फेसबुक समेत तमाम सोशल मीडिया की मॉनिटरिग शुरू कर दी है। नफरत फैलाने वाले पोस्ट या वीडियो पाए जाने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसकी जानकारी गुरुवार को भोजपुर एसपी सुशील कुमार ने दी।
आरा। व्हाट्सएप, फेसबुक समेत सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले अब सावधान हो जाएं। भोजपुर पुलिस ने व्हाट्सएप ,फेसबुक समेत तमाम सोशल मीडिया की मॉनिटरिग शुरू कर दी है। नफरत फैलाने वाले पोस्ट या वीडियो पाए जाने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसकी जानकारी गुरुवार को भोजपुर एसपी सुशील कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि आरा नवादा, संदेश, जगदीशपुर, पीरो , चौरी एवं तियर समेत अलग-अलग थानों में करीब सात मामले दर्ज हो चुके है। जिसमें बजरंग दल के एक नेता समेत चार को जेल भेज दिया गया है। जबकि, अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। उन्होंने पोस्ट करने वालों के साथ-साथ ग्रुप एडमिन पर भी कानूनी कार्रवाई के संकेत दिए है। लगातार निगरानी रखी जा रही है।
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व्हाट्सएप के सदस्यों और एडमिन को चेताया
एसपी के अनुसार कोरोना वायरस के कारण देश में सरकार द्वारा लॉकडाउन घोषित किया गया है और समूह संक्रमण को रोकने के लिये कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं। ऐसे कठिन समय में कतिपय लोगों द्वारा फर्जी खबरों, गलत सूचनाओं और घृणा संवाद को पोस्ट, शेयर या अग्रसारित किया जा रहा है। उन्होंने व्हाट्सएप के सदस्यों और एडमिन को चेतावनी देते हुए कई सलाह दिए है। व्हाट्सएप पर जागरूकता के लिए मैसेज भी पोस्ट किया गया है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि फर्जी खबरों, गलत सूचनाओं और घृणा संवाद को पोस्ट न करें, ग्रुप के किसी सदस्य द्वारा भेजे गए किसी पोस्ट को फारवर्ड या प्रसारित नहीं करें। अगर आप कुछ आपत्तिजनक पाते हों या एडमिन द्वारा आपको सूचित किया गया हो तो उसे तुरंत डिलिट कर दें। किसी भी खबर/फोटो/वीडियो के स्त्रोतों का पता कर लें, तभी उसे पोस्ट करें, अगर किसी तरह की गलत सूचना, फर्जी खबर या घृणा स्पीच कोई आपको पोस्ट, शेयर या फारवर्ड करता है तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन, हमारे वेबसाइट पर सम्पर्क कर अपनी शिकायत दर्ज करायें। साथ ही अपने ग्रुप एडमिन को भी सूचित करें। एसपी ने एडमिन होने के नाते सावधानी बरतने की हिदायत दी है। एडिमन को कहा गया हैं कि यह सुनिश्चित करें कि ग्रुप के सभी सदस्य विश्वसनीय और जिम्मेदार व्यक्ति हों, जो केवल सत्यापित खबरों को ही शेयर करें। समूह के सभी सदस्यों को पोस्ट करने वाली सामग्रियों के नियमों के बारे में बताएं। सभी सदस्यों को आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट नहीं करने के संबंध में चेतावनी देने एवं उन्हें ऐसा करने से रोकेने का भी निर्देश है। एसपी ने कानूनी संबंधी एक्ट के बारे में भी हवाला दिया है।