परमात्मा शिव के अवतरण के प्रतीक
महाशिवरात्रि के अवसर पर स्थानीय गोढ़ना रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय में 84वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती मनाई गई।
आरा। महाशिवरात्रि के अवसर पर स्थानीय गोढ़ना रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय में 84वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीजे पी. सी. चौधरी और सह न्यायाधीश राकेश कुमार सिंह ने झंडोत्तोलन किया। अपने संबोधन में पी. सी. चौधरी ने कहा कि शिव जयंती परमात्मा शिव के अवतरण का प्रतीक है। परमात्मा शिव ज्योति स्वरूप हैं। वह आत्माओं में श्रेष्ठ हैं। इसी कारण उन्हें सत्यम् शिवम् सुन्दरम् कहा जाता है। परमात्मा शिव वर्तमान समय में सतयुगी स्वर्णिम सृष्टि की स्थापना की। कई धर्म प्रवर्तक भी आए, लेकिन पूरी सृष्टि में संपूर्ण शांति नहीं कर पाए। इस अधर्म युक्त समाज का परिवर्तन कर सुख की सृष्टि की स्थापना करना वास्तव में परमात्मा का ही कार्य है। राकेश कुमार सिंह ने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय वास्तव में हमारे जीवन को परिवर्तित करने वाली संस्था है। इस संस्था से हमें शांति मिली। विश्वविद्यालय का मुख्यालय सचमुच में एक अलग दुनिया का अनुभव कराता है। विश्वविद्यालय की जिला प्रमुख किरण ने कहा कि हम सभी आत्माएं परमपिता परमात्मा की अविनाशी आदि संतान आत्मा हैं। जब हम मनोविकारों के अधीन हो जाते हैं, तब परमात्मा सदा शिव ही आकर हमें दु:खों तथा अज्ञान से छुड़ाते हैं। इसी का प्रतीक हम सभी महाशिवरात्रि मानते हैं। इस अवसर पर रूपा, सुरभि, मीरा, प्रिया, सुनील, अरविन्द, अजय, सूरज, शैलेन्द्र, रंजन आदि मौजूद थे।
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