समस्याओं का मूल है संस्कारहीनता : प्रो. धर्मेन्द्र
विश्व अध्यात्मक मंडल की जिला इकाई की साप्ताहिक अध्यात्मिक संगोष्ठी स्थानीय लावारिस सेवा केन्द्र प्रांगण में पूर्व कुलपति प्रो. धर्मेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
आरा। विश्व अध्यात्मक मंडल की जिला इकाई की साप्ताहिक अध्यात्मिक संगोष्ठी स्थानीय लावारिस सेवा केन्द्र प्रांगण में पूर्व कुलपति प्रो. धर्मेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। संगोष्ठी में शामिल साहित्यकार बी.डी.¨सह ने अध्यात्म तत्वों पर फोकस करते हुए कहा कि अध्यात्म विद्या ही असली विद्या है। पूर्व विधान पार्षद लालदास राय ने महात्मा गांधी के वैष्णव जन तेने कहिए व रघुपति राघव राजा राम'प्रार्थना की महत्ता पर बल दिया। अध्यक्षीय मंच से प्रो. तिवारी ने कहा कि संसार उसी का है, जिसके पास संस्कार है। संस्कार ऐसा व्यवहार है जिसे बाजार की दुकान से नहीं खरीदा जा सकता। उन्होंने कहा कि संस्कारहीनता आज की सभी समस्याओं का मूल है। संस्कार संवर्द्धन आज की जरूरत है। अन्य प्रबुद्ध वक्ताओं में रामेश्वर तिवारी, त्रिलोकी ¨सह, रामनारायण पाण्डेय, लक्ष्मण राय, प्रेमशंकर प्रसाद, रवीन्द्र तिवारी, भाष्कर कुमार, गजेन्द्र पाण्डेय, राधा प्रसाद पाठक, दीनदयाल ¨सह एवं अनिरूद्ध राय आदि थे।