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जेल में बंद कैदियों से स्वजन घर बैठे कर सकेंगे बात

भोजपुर जिला के मंडल कारा आरा में बंद कैदियों से उनके परिजन ई-मुलाकात के तहत वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से अपने घर से ही बात कर सकेंगे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 09:25 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2020 06:17 AM (IST)
जेल में बंद कैदियों से स्वजन घर बैठे कर सकेंगे बात
जेल में बंद कैदियों से स्वजन घर बैठे कर सकेंगे बात

आरा। भोजपुर जिला के मंडल कारा, आरा में बंद कैदियों से उनके परिजन ई-मुलाकात के तहत वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से अपने घर से ही बात कर सकेंगे। इसके लिए मंडल कारा में बंद कैदी के परिजन को कुछ ऑनलाइन औपचारिकताएं पूरी करनी होगी और फिर मंडल कारा प्रशासन उनके आनॅलाइन निबंधन को स्वीकृत करते हुए कैदी से बात करने का समय देगा। इसके बाद मुलाकाती अपने परिजन के साथ बात कर सकेंगे। महानिरीक्षक कारा एवं सुधार सेवाएं के निर्देश पर ई-मुलाकात की सुविधा शुरू की गई है। बात करने के लिए परिजनों को जेल प्रशासन की वेबसाइट के लिक से मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप से जुड़ना होगा। वेरिफिकेशन के बाद जेल में बनी वीडियो क्रांफ्रेसिग सिस्टम के पास संबंधित बंदी को लाया जाएगा । इसके बाद परिजन वीडियो क्रांफ्रेसिग के माध्यम से बात कर सकते हैं । इसकी जानकारी जेल अधीक्षक युसूफ रिजवान ने दी।

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क्या करना होगा : कैदी के परिजन को ई-मुलाकात के लिए नेशनल प्रिजनर्स इंफॉर्मेशन पोर्टल पर जाकर ई-मुलाकात पर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान कैदी के परिजन अपने पहचान पत्र के साथ अपना पूरा नाम व पता भरेंगे। उसके बाद जिस कैदी से उन्हें मिलना है उसका नाम, पता और पहचान भरना होगा। किस तिथि में कैदी से बात करनी है इसकी भी जानकारी देनी होगी। औपचारिकता पूरी करने के बाद पोर्टल पर फॉर्म को सबमीट करने पर कारा मंडल प्रशासन इसे स्वीकृति देगा। कारा प्रशासन द्वारा कैदी के परिजन के आवेदन को स्वीकृत करते हुए उनके वैध मोबाइल नंबर और ई-मेल पर एक मैसेज जाएगा। जिस मैसेज को कारा मंडल द्वारा दिए गए निर्धारित समय पर ओपन करना होगा और फिर वीडियो कॉल से वो जुड़ जाएंगे। जिससे कैदी के परिजन कैदी से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर सकते हैं।

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दस दिनों से नहीं हो रही थी बात बताते चलें कि कोरोना वायरस को लेकर पिछले दस दिनों से कैदियों से परिजन बात नहीं कर पा रहे थे। जेल में लॉकडाउन के कारण मुलाकात नहीं हो पा रही थी। जेल प्रशासन के इस निर्णय के बाद कैदी और उसके परिजन एक-दूसरे का हाल जान सकेंगे। मंडल कारा को भीड़ से बचाने की पहल है। वर्तमान में आरा जेल में करीब एक हजार से अधिक कैदी बंद है।


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