Move to Jagran APP

छात्र अंकित हत्याकांड में मुख्य आरोपी के बेटे को जेल

भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र अन्तर्गत धनगांवा गांव में घटित बीए पार्ट वन के छात्र अंकित कुमार की हत्या के मामले में गुरुवार को पुलिस ने मुख्य आरोपित धर्मेन्द्र राम के बेटे बवी कुमार राम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 11:15 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 11:15 PM (IST)
छात्र अंकित हत्याकांड में मुख्य आरोपी के बेटे को जेल
छात्र अंकित हत्याकांड में मुख्य आरोपी के बेटे को जेल

आरा। भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र अन्तर्गत धनगांवा गांव में घटित बीए पार्ट वन के छात्र अंकित कुमार की हत्या के मामले में गुरुवार को पुलिस ने मुख्य आरोपित धर्मेन्द्र राम के बेटे बवी कुमार राम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि, भीड़ की पिटाई से घायल मुख्य आरोपी धमेन्द्र राम का इलाज पुलिस कस्टडी में पीएमसीएच, पटना में चल रहा है। इसे लेकर मृतक के दादा धनंजय सिंह के बयान पर केस दर्ज किया गया है। जिसमें धनगांवा गांव निवासी धर्मेन्द्र राम, उसके पुत्र सन्नी राम, राजा राम और बवी राम को नामजद और दस-पन्द्रह अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। तरारी थानाध्यक्ष अरविद कुमार ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मुख्य आरोपी के पुत्र बवी राम को जेल भेज दिया गया है। जबकि, अन्य की तलाश की जा रही है। मृतक अंकित कुमार (18वर्ष) धनगांवा गांव निवासी मंटू कुमार सिंह उर्फ राजीव सिंह का पुत्र था। वह बीए पार्ट वन का छात्र था। हत्या के बाद तनाव को देखते हुए पुलिस लगातार कैंप कर रही है। मालूम हो कि एक रोज पूर्व मंगलवार को मकर संक्रांति मेले में दो बाइकों के बीच हल्की टक्कर हो गई थी। इसमें धर्मेंद्र राम के पुत्र राजा की बाइक का वाइजर टूट गया था। जिसका खर्च धनगांव निवासी धर्मेन्द्र द्वारा मांगा जा रहा था। बुधवार की सुबह आरोपी पैसा मांगने के लिए किसान मंटू कुमार सिंह के दरवाजे पर गया हुआ था। इसे लेकर वाद विवाद हो गया था। आरोप हैं कि आरोपी धर्मेन्द्र राम ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर घर से लाए कारबाइन से अंकित सिंह को सीने में गोली मार दी थी। गोली लगने से अंकित की मौके पर ही मौत हो गई थी। वारदात के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने गोली मारने वाले आरोपी को भी हथियार समेत दबोचा था तथा उसे पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था। इसके बाद साथ में लाए गए कारबाइन को भी भीड़ ने हमलावर के हाथों से छीन लिया था। जिसे बाद में पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया था । पुलिस के अनुसार जिस कारबाइन से हत्या की गई हैं वह पुलिस से लूटी गई है।

loksabha election banner

-----

फोटो फाइल

16 आरा 26

---

प्रतिबंधित हथियार रखने के आरोप में मुख्य आरोपी धर्मेन्द्र पर अलग से हुआ केस

आरा: तरारी थाना क्षेत्र के धनगांवा गांव निवासी धर्मेन्द्र राम पर प्रतिबंधित कारबाइन रखने के आरोप में अलग से केस दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा प्रतिबंधित आ‌र्म्स एक्ट अधिनियम के तहत अलग से केस दर्ज किया गया है। तरारी थानाध्यक्ष अरविद कुमार के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में धर्मेन्द्र राम पर प्रतिबंधित रखने का आरोप है। पुलिस के अनुसार इस मामले में पकड़े गए आरोपी से भी पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि आखिर उसने यह प्रतिबंधित कहां से लाया था। अगर किसी ने दिया था तो किसने, इसके बारे में भी पता लगाया जाएगा। फिलहाल, पुलिस अभिरक्षा में इलाज चल रहा है।

-------

फोटो फाइल

16आरा 27

-------

दूसरे दिन भी पता नहीं चल सका कहां से लूटी गई थी कारबाइन

- एनसीआरबी को किया गया मैसेज

आरा: तरारी थाना क्षेत्र के धनगांवा गांव में जिस कारबाइन से अंकित नामक छात्र की गोली मारकर हत्या की गई हैं वह प्रथम ²ष्ट्या बनावट से पुलिस विभाग का प्रतीत हो रहा है। कहीं से लूटे जाने की संभावना जतायी जा रही है। लेकिन, गुरुवार को भी यह पता नहीं चल सका कि जब्त कारबाइन कहां से लूटा गया है। इधर, भोजपुर एसपी सुशील कुमार ने भी बताया कि हथियार पर अंकित नंबर से पता लगाने की कोशिश की जा रही है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) को भी कारबाइन के बारे में विस्तृत मैसेज भेज दिया गया है। भोजपुर जिले के रिकार्ड से भी पता लगाया जा रहा है। बरामद कारबाइन को लेकर खुद पुलिस अधीक्षक संध्या समय पीरो पहुंचे और उसके बारे में गहराई से तफ्तीश की। आपको बताते चलें कि भोजपुर का दक्षिणी इलाका दो-तीन दशक पूर्व नक्सल प्रभावित रहा था। इस दौरान पूर्व में पुलिस और नक्सली संगठनों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं भी घटित हुई थी। पुलिस बल पर हमले भी हुए थे। ऐसे में यह संभावना ज्यादा लग रहा कि धर्मेन्द्र राम ने जिस कारबाइन का प्रयोग छात्र की हत्या में किया हैं वह दरअसल पुलिस से छीना गया है। अगर सचमुच उपरोक्त हथियार पुलिस विभाग का हैं और विभाग से छीना या चुराया गया हैं तो वह आखिर धर्मेन्द्र राम के पास कैसे पहुंचा यह भी एक बड़ा सवाल है।

---

इधर, आरोपी धर्मेन्द्र राम को भाकपा- माले ने पार्टी समर्थक मानने से किया इंकार

तरारी: तरारी थाना के धनगांवा में मंटू सिंह के पुत्र अंकित कुमार सिंह की हत्या में पकड़े गए धर्मेन्द्र राम को भाकपा-माले ने पार्टी समर्थक मानने से इनकार किया है। तरारी भाकपा माले के प्रखंड सचिव रमेश सिंह द्वारा प्रेस -विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी गई हैं कि पार्टी इस घटना की तीव्र निन्दा करती है। परिवार के दुख के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ी है। प्रखंड सचिव रमेश सिंह का कहना है कि धर्मेन्द्र राम भाकपा (माले) का सदस्य नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.