लूटपाट का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार
भोजपुर के इमादपुर थाना अन्तर्गत विशुनपुरा गांव के समीप मछली कारोबारी से दिनदहाड़े घटित लूटपाट के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है।
आरा। भोजपुर के इमादपुर थाना अन्तर्गत विशुनपुरा गांव के समीप मछली कारोबारी से दिनदहाड़े घटित लूटपाट के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। कांड में संलिप्त एक अपराधी को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त एक बाइक को भी बरामद कर लिया गया है। जबकि, उसके अन्य साथियों की तलाश जारी है। पकड़ा गया बदमाश चंदन यादव रोहतास जिला के नटवार थाना के रामपुर लख का निवासी है। पकड़े गए बदमाश ने पूछताछ में अपने साथियों के भी नाम बताए है। गौरतलब हो कि भोजपुर एसपी सुशील कुमार ने कांड के पर्दाफाश के लिए एक टीम का गठन किया था।
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छह अपराधियों ने मिलकर दिया था वारदात को अंजाम
इधर, पकड़े चंदन यादव ने शुरुआती पूछताछ में पुलिस को बताया है कि घटना के दिन कुल छह साथियों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। गिरफ्तार अपराधी ने लूटकांड में शामिल सरोज ,रीतेश, मनीष और श्रीकांत समेत पांच अन्य साथियों के नाम बताए हैं। इसमें एक ने लाइनर का काम किया था। इसमें एक को छोड़कर सभी अपराधी रोहतास जिला के बताए जाते हैं। जिनकी भी गिरफ्तारी के लिए थानाध्यक्ष सुनील कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम लगी हुई है।
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कारोबारी को घायल कर की थी लूटपाट
मालूम हो कि 28 फरवरी को रोहतास जिला के डिहरी आन सोन के मछली कारोबारी राजू प्रसाद अपने एक सहयोगी हरेन्द्र प्रसाद के साथ मछली सप्लाई कर पिकअप से वापस लौट रहा था। इस बीच पीरो -बिहटा पथ पर विशुनपुरा गांव के समीप दो मोटरसाइकिल पर सवार छह की संख्या में रहे हथियारबंद अपराधियों ने पिकअप वैन को ओवरटेक कर रास्ता रोक दिया था और हथियार का भय दिखाकर मछली व्यवसायी के पास से तगादा के 42 हजार रुपये व मोबाइल लूट लिया था । विरोध करने पर अपराधियों ने राजू प्रसाद को पिस्टल के बट से प्रहार कर जख्मी कर दिया था । इस दौरान बिहटा से बाइक पर सवार होकर इमादपुर थाना आ रहे एएसआई ओमप्रकाश सिंह पर भी अपराधियों ने पिस्तौल तान दी थी। लेकिन उनकी मोटरसाइकिल पर पुलिस लिखा देख अपराधी जल्दबाजी में अपनी एक बाइक घटनास्थल पर ही छोड़ कर भाग खडे हुए थे । लूट की इस घटना को लेकर भुक्तभोगी मछली व्यवसायी ने इमादपुर थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी । जिसके आधार पर इमादपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार गैंग को पकड़ने में लगे हुए थे। इस दौरान बाइक पर अंकित नंबर और तकनिकी सूत्र के आधार पर एक सदस्य पकड़ा गया।