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एक हजार में दम नहीं, दस हजार से कम नहीं

मामूली मानदेय पर प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाने का काम कर रही रसोइयों ने खुद के शोषण का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 09:42 PM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 09:42 PM (IST)
एक हजार में दम नहीं, दस हजार से कम नहीं
एक हजार में दम नहीं, दस हजार से कम नहीं

भोजपुर। मामूली मानदेय पर प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाने का काम कर रही रसोइयों ने खुद के शोषण का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है। इस संबंध में मध्याह्न भोजन रसोइयों फ्रंट की यहां हुई बैठक में फैसला किया गया कि आगामी 15 सितंबर को सम्मानजनक मानदेय सहित अन्य मांगों को लेकर पीरो में विशाल जुलूस व अनुमंडल कार्यालय के समक्ष आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा। यहां आयोजित बैठक में फ्रंट के जिला सचिव महेन्द्र पासवान व पीरो प्रखंड अध्यक्ष उपेन्द्र रवानी ने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना के रसोइयों को इतना कम मानदेय दिया जाता है कि उससे घर परिवार चलाने की बात तो दूर खुद का पेट भरना भी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार रसोइयों का आर्थिक व मानसिक शोषण कर रही है जिसके खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।

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