भोजपुर में बालू के अवैध खनन के खिलाफ सोन नदी में छापेमारी, 18 नावें जब्त
भोजपुर एसपी विनय तिवारी के नेतृत्व में सोमवार को फिर अवैध बालू खनन के खिलाफ सोन नदी में छापेमारी अभियान चलाया गया।
आरा। भोजपुर एसपी विनय तिवारी के नेतृत्व में सोमवार को फिर अवैध बालू खनन के खिलाफ सोन नदी में छापेमारी अभियान चलाया गया। सदर एसडीएम वैभव श्रीवास्तव, एसडीपीओ विनोद कुमार व जिला खनन पदाधिकारी के साथ जिले से आई भारी संख्या में पुलिस बल ने पूरे दिन सोन के तराई इलाकों में सघन छापेमारी की। इस दौरान कोई पकड़ा तो नहीं गया। लेकिन, बालू लोड 18 नावें जब्त कर ली गईं। साथ में जिला पुलिस बल, सीआईएटी, स्टेट रैपिड एक्शन फोर्स, दंगा निरोधक दस्ता, आंसू गैस दस्ता, वज्र वाहन के साथ मुफस्सिल, कृष्णागढ़, सिन्हा, धोबहां, बड़हरा, कोइलवर, चांदी थाने के थानाध्यक्ष शामिल थे। इससे पूर्व रविवार को नौ नावें जब्त की गई थी। 48 मजदूर पकड़े गए थे। जिन्हें जेल भेज दिया गया।
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दोपहर बाद छह घंटे चली कार्रवाई सोमवार को दोपहर बाद एसडीएम वैभव श्रीवास्तव और एसडीपीओ विनोद कुमार पूरे दल बल के साथ नाव और स्टीमर के सहारे कोईलवर में सोन नद में छापेमारी करने उतरे। देर शाम तक चली कार्रवाई में डेढ़ दर्जन से अधिक नाव पकड़े गए। छह घटे से अधिक समय तक अलग-अलग नाव व स्टीमर से टीम बनाकर छापेमारी करने उतरी टीम ने नदी के डाउन स्ट्रीम में सुरौधा, महादेवचक,सेमरिया,महुई महाल,कमालुचक, सेमरा,फुहां, बिन्दगांवा के दियारा इलाके तक सघन छापेमारी अभियान चलाया।
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पकड़े गए नाव किए जाएंगे क्षतिग्रस्त
छापेमारी के दौरान दर्जन भर से ज्यादा नाव पकड़े गए हैं। देर शाम तक दूर दियारा इलाके में हुई छापेमारी के बाद पकड़े गए नावों को कोईलवर लाया गया। सूत्रों के अनुसार पकड़े गए नावों को क्षतिग्रस्त कर दिया जाएगा ताकि भविष्य में ये नाव दुबारा बालू के अवैध धंधे में न उतर सकें। लोगों ने कहा नदी में छापेमारी करने से धंधा खत्म नहीं होगा, धरातल पर मेहनत करनी होगी।
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----- बालू चोर खेल रहे तू डाल डाल मैं पात-पात, शाम सात बजे के बाद फिर घुस गईं सैकड़ों नावें
आरा: दोपहर से देर शाम तक चली छापेमारी के दौरान सोन नद में वीरानगी छायी रही। लेकिन देर शाम सात बजे जैसे ही छापेमारी कर पुलिस बल वापस लौटी और पकड़े गए नावों को व्यवस्थित ही कर रही थी, तब तक सैकड़ों की संख्या में नाव फिर बालू लूटने के लिए टूट पड़े। दो से ढाई हजार की संख्या में पहुंचे नावों की धमक से पुलिस प्रशासन के भी होश फाख्ता हो गए। छापेमारी दल के सामने से गुजर रहे रेला को देखने के बाद सिवाय हाथ मलने के प्रशासन के पास कोई चारा नहीं था।
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डिपिग क्षेत्रों से आ रहीं नावें
कोईलवर सोन नदी में डिपिग क्षेत्रों से शाम में नावें आती है। सोन नदी से नाव द्वारा उत्खनन किया गया बालू सोन नदी से गंगा सरयू और गंडक के रास्ते सारण, वैशाली, उतर बिहार और पूर्वांचल के जिलों तक पहुंच जाता है।प्रतिदिन दो से ढाई हजार नाव सोन के गर्भ से बालू निकाल उसे जिले और राज्य के सीमा से बाहर भेजते हैं।इन नावों की लदान क्षमता चार से 14 ट्रक तक ही होती है। छोटी नावों से 4चार ट्रक और बड़ी नावों से 14 ट्रक से अधिक बालू का उठाव होता है। ऐसी ढाई से तीन हजार नावें प्रतिदिन सोन से बालू लूट कर ले जाते हैं