मरणोपरांत अमर रहने का साधन है नेत्रदान : डीपीओ
राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा के अवसर पर शहर में समदृष्टि, क्षमता विकास और अनुसंधान मंडल के बैनर तले नेत्रदान जागरूकता प्रभातफेरी निकाली गई।
आरा। राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा के अवसर पर शहर में समदृष्टि, क्षमता विकास और अनुसंधान मंडल के बैनर तले नेत्रदान जागरूकता प्रभातफेरी निकाली गई। इसमें चाइल्ड गाइडेंस क्लीनिक, दिव्यांग अधिकार संगठन, समग्र शिक्षा अभियान के आई.ई.डी एवं आई.ई.डीर.एस.एस.प्रकोष्ठ, शिक्षा विभाग, सदर अस्पताल, रेड क्रॉस सोसायटी, जिला सॉफ्ट टेनिस एसोसिएशन, शिक्षक न्याय मोर्चा, चाइल्ड गाइडेंस स्पीच थेरापी, प्रताप इंटरनेशनल स्कूल, हर प्रसाद दास जैन स्कूल, जैन कन्या पाठशाला, जिला स्कूल, डॉ.नेमीचंद शास्त्री उच्च विद्यालय, अमीरचंद बालिका उच्च विद्यालय, यादव विद्यापीठ, रामनगीना पांडेय उच्च विद्यालय, कस्तूरबा बालिका विद्यालय, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, जीतू रेक्जीन, कम्प्यूटकों प्रेस, कुंदन स्टोर, शिवम फोटो स्टेट आदि संस्थाएं शामिल हुई।
स्थानीय जिला स्कूल से प्रभातफेरी की शुरुआत हुई। जीते जी रक्तदान-जाते जाते नेत्रदान, तुच्छ दान जै हीरे-मोती श्रेष्ठ दान है नेत्र ज्योति, भारत माता की जय जैसे नारों से पूरा प्रभातफेरी मार्ग गूंज उठा। प्रभातफेरी टाउन थाना मोड़, चित्र टोली रोड, गोपाली चौक, बड़ी मठिया, बाबू बाजार होते हुए जिला स्कूल में पहुंचकर समाप्त हो गई। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राघवेन्द्र प्रताप ¨सह ने कहा कि नेत्रदान मरणोपरांत अमर रहने का साधन है। जिला अंधत्व नियंत्रण पदाधिकारी सह नेत्र सर्जन डॉ.बी.बी.शर्मा ने कहा कि नेत्रदान दो जिन्दगियों को रौशन करने का साधन है। विभाग संचालक प्रो.ओम प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि नेत्रदान दानों में श्रेष्ठ दान है। रेड क्रॉस सोसायटी के पूर्व सचिव डॉ.दिनेश प्रसाद सिन्हा ने कहा कि बिना हानि क नेत्रदान जैसा दान कुछ भी नहीं।
मनोवैज्ञानिक व संयोजक डॉ.धनंजय तिवारी ने बताया कि मरणोपरांत भी दुनिया देखने का अद्भुत साधन है नेत्रदान। कार्यक्रम में प्रो.ओम प्रकाश अग्रवाल ने नेत्रहीन बालिकाओं को ब्रेल स्लेट भेंट किया। वहीं अल्पाहार की व्यवस्था यादव साइकिल स्टोर, शिक्षक न्याय मोर्चा, जीतू रेक्जीन, कम्प्यूटकों प्रेस, कुंदन स्टोर आदि द्वारा की गई। कार्यक्रम में डॉ.शैलजा ¨सह, डॉ.विजय गुप्ता, हरिशचंद्र साह, सत्येन्द्र राय, नरेश प्रसाद, डॉ.रणजीत भूषण, वार्डेन पूजा, राजू राम समेत अन्य लोग मौजूद थे।