बिहार: पेपर हॉकर की गोली मारकर हत्या, पुलिस थाने पर ग्रामीणों का हमला
आज अहले सुबह भोजपुर जिले के कारनामेपुर बस स्टैंड के पास अपराधियों ने एक न्यूज पेपर के हॉकर की गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद अाक्रोशित लोगों ने थाने पर हमला कर दिया है।
भोजपुर [जेएनएन]। बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के कारनामेपुर ओपी अंतर्गत कारनामेपुर बस स्टैंड के पास खैनिया बाबा के समीप बुधवार की सुबह सात बजे के करीब हथियारबंद अपराधियों ने पेपर बांटने जा रहे हॉकर की गोली मारकर हत्या कर दी।
अपराधी घटना को अंजाम देकर घने कोहरे का फायदा उठाकर भाग निकलने में सफल रहे। हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने ओपी का घेराव कर पथराव किया। साथ ही उग्र भीड़ ने ओपी के जीप, वज्रवाहन तथा तीन बाइक को आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद धू-धू कर वाहन जलती रही।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही भोजपुर डीएम संजीव कुमार तथा एसपी अवकाश कुमार ने शाहपुर थाने में पहुंचकर पल पल की जानकारी ले रहे। आक्रोशित भीड़ द्वारा की गई पथराव के दौरान ओपी प्रभारी धनंजय ङ्क्षसह सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी हो गये जिनका इलाज शाहपुर रेफरल अस्पताल में कराया गया। वही ओपी को भारी क्षति पहुंची है। पथराव का मंजर देखकर ही लोगों के गुस्से का अंदाजा लगाया जा सकता है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस दौरान ओपी पुलिस असहाय दिखी और ओपी के भीतर घंटों नजरबंद रही। ग्रामीणों के अनुसार उग्र भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ लगभग दर्जनों राउंड हवाई फायरिंग की गई। इसके बावजूद आक्रोशित भीड़ को काबू नहीं किया जा सका।
मामले को उग्र होते देख करीब दर्जन भर थानों की पुलिस के साथ एएसपी दयाशंकर, एसडीएम कुमार पंकज, सीओ स्वेताभ वर्मा, बीडीओ प्रशांत कुमार ने घटनास्थल पर कैंप की और स्थानीय विधायक राहुल तिवारी उर्फ मंटू तिवारी के सहयोग से लोगों को समझा बुझाकर शव को करीब 9 घंटे बाद अपने कब्जे में लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक का नाम योगेंद्र तत्वा (40) पिता स्व शिव शंकर तत्वा कारनामेपुर क्षेत्र के रमदतही गांव का निवासी बताया जा रहा है। उग्र एवं आक्रोशित ग्रामीणों ने कारनामेपुर पथ को जाम कर दिया और भोजपुर एसपी को बुलाने की मांग करने लगे।
इधर हत्या को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है। मृतक के नजदीकी रिश्तेदार के अनुसार करीब तीन माह पूर्व मृतक के चचेरे भाई राजेन्द्र तत्वा की हत्या खेत के रखवाली के दौरान गोली मारकर अपराधियों ने कर दी थी। जिसमें नामजद लोगों को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मृतक उक्त कांड के मुख्य गवाह था और कुछ दिनों बाद न्यायालय में गवाही होने वाली थी।