जनता कर्फ्यू को सफल बनाने में जी जान से जुटे लोग
स्वास्थ्य सुरक्षा के मामले में पूरी तरह जागरूक हो चुके भोजपुर में कोरोना के प्रवेश की कोई संभावना नहीं दिख रही है।
आरा। स्वास्थ्य सुरक्षा के मामले में पूरी तरह जागरूक हो चुके भोजपुर में कोरोना के प्रवेश की कोई संभावना नहीं दिख रही है। भोजपुर में अब तक कोरोना के एक भी मरीज की मौजूदगी की पुष्टी नहीं होना लोगों की जागरूकता और सर्तकता का मजबूत पक्ष है। जिला मुख्यालय से लेकर सुदूर ग्रामीण इलाकों में संजीदगी से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान को लोग हाथों- हाथ ले रहे है।
वहीं जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमे की टीम भी इस अभियान को सफल बनाने में जी जान से जुट गई है। इस अभियान को समस्त भोजपुरवासियों का समर्थन मिल रहा है। साथ ही 22 मार्च रविवार को प्रधानमंत्री द्वारा आहूत जनता कर्फ्यू के भी ऐतिहासिक रूप से सफल होने की संभावना दिखने लगी है। कर्फ्यू से एक दिन पहले शनिवार से ही सभी लोग सतर्कता बरतते नजर आने लगे। शहर की सड़कों से लेकर सभी सार्वजनिक स्थलों पर शनिवार को पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। धार्मिक स्थलों पर आए दिन होने वाली भक्तों की भारी भीड़ शनिवार को नगण्य नजर आ रही थी। स्कूल कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थान तो पहले से ही बंद पड़े है, बाजार में भी आवश्यक खरीदारी के लिए इक्के दुक्के ग्राहक ही नजर आ रहे थे। जागरुकता के लिए निकाली गई रैलियों में भी लोगों की संख्या कम थी और रैली में शामिल लोग एक दूसरे से दूरी बनाए हुए थे। रेलवे स्टेशन से लेकर बस पड़ाव तक सूने पड़े थे। रिक्शा और ऑटो चालक यात्रियों की बांट जोहते नजर आ रहे थे।
--------- कोरोना के संभावित मरीजों को मिलेगी सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस की सुविधा
आरा: कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां जोरों पर है। इसी क्रम में राज्य स्वास्थ्य समिति ने जिला स्वास्थ्य समिति भोजपुर को कोरोना के संभावित मरीजों के सुरक्षित परिवहन हेतु सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस एम्बुलेंस की सुविधा लेने हेतु टॉल फ्री नंबर 102 डायल करना होगा। इस विशेष एम्बुलेंस में प्रतिनियुक्त कर्मियों को कोरोना वायरस प्रोटेक्शन किट उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि बगैर किसी संक्रमण के भय के कोरोना से प्रभावित मरीजों का सुचारू ढंग से परिवहन किया जा सके। बता दें कि कोविद-19 एक अत्यंत ही संक्रामक वायरस है। फलत: इससे संक्रमित मरीजों को अन्य एम्बुलेंस से परिवहन करना खतरे से खाली नहीं होगा। यही कारण है कि कोरोना मरीजों के लिए अतिरिक्त एम्बुलेंस को भी सेनेटाइज्ड कर उपयोग में लाने का निर्देश जारी किया गया है। इस एम्बुलेंस पर कोरोना से संबंधित प्रिटेड सूचना भी प्रदर्शित की जाएगी। साथ ही इस एम्बुलेंस को दिन में दो बार सेनिटाइज्ड किया जाएगा।
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एम्बुलेंस पर तैनात कर्मियों को दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण
आरा: सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस पर तैनात कर्मियों को प्रोटेक्श किट उपलब्ध कराने के साथ उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित करने का दिशा निर्देश भी राज्य स्वास्थ्य समिति ने जारी किया है, जिसके तहत रैपिड रेसपौंस टीम के मास्टर ट्रेनर एम्बुलेंस के कर्मियों को कम से कम समय में प्रशिक्षित कर कोरोना मरीजों की सेवा के लिए तैयार करेंगे। राज्य स्वास्थ्य समिति ने यह भी निर्देश दिया है कि मरीजों के परिवहन के बाद एम्बुलेंस को अनिवार्य रूप से सेनेटाइज्ड किया जाएगा।
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टॉल फ्री 102 नंबर डायल कर मंगाया जा सकता है सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस
आरा: कोरोना से पीड़ित मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए जिला मुख्यालय में सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है। इस एम्बुलेंस की सुविधा लेने हेतु टॉल फ्री नंबर 102 डायल करना होगा। हालांकि सामान्य एम्बुलेंस मंगाने के लिए भी 102 नंबर ही डायल करना होता है। पर, कोरोना के संपुष्ट अथवा संभावित मरीजों के परिवहन हेतु सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस ही उपलब्ध कराया जाएगा।
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दिन में दो बार एम्बुलेंस को किया जाएगा सेनेटाइज्ड
आरा: विशेष रूप से तैयार किए गए सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस को दिन में कम से कम दो बार सेनेटाइज्ड कराने का निर्देश जारी किया गया है। इसके अलावा मरीजों का परिवहन करने के बाद भी अनिवार्य रूप से इस एम्बुलेंस को सेनेटाइज्ड किया जाएगा।
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एम्बुलेंस पर तैनात कर्मी प्रोटेक्शन किट से होंगे लैस
आरा: कोरोना के संभावित अथवा संपुष्ट मरीजों के परिवहन हेतु सेनेटाइज्ड एम्बुलेंस पर तैनात कर्मी प्रोटेक्श किट से पूरी तरह लैस होंगे। ताकी उन्हें कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सके। इसके अलावा रैपिड रेसपौंस टीम के मास्टर ट्रेनर एम्बुलेंस के कर्मियों को कम से कम समय में प्रशिक्षित कर कोरोना मरीजों की सेवा के लिए तैयार करेंगे।
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निजी क्लीनिकों में दिखाने से पहले लेना होगा अप्वाइंटमेंट
आरा: निजी क्लीनिकों में मरीजों की अनावश्यक भीड़ कम करने के लिए जिला प्रशासन से सख्त निर्देश दिया है। जारी निर्देशों के मुताबिक गंभीर मरीजों को इलाज से पहले निजी क्लीनिकों में अप्वाइंटमेंट लेना होगा, ताकि सीमित संख्या में ही मरीज निजी क्लीनिक तक पहुंच सके और वहां आए दिन होने वाली भीड़ को कम किया जा सके।
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क्लीनिकों में वेटिग एरिया का होगा विस्तार
आरा: आम तौर पर क्लीनिकों में मरीजो और उनके स्वजनों की भीड़ के कारण वहां मौजूद वेटिग एरिया में सबकों बैठने तक की जगह नहीं मिल पाती है। लोगों को एक दूसरे से सटकर बैठना पड़ता है। ऐसे में कोरोना के वायरस से संक्रमित मरीजों से अन्य लोगों के संक्रमित होने का खतरा बरकरार रहेगा। ऐसे में जिला प्रशासन ने इन क्लीनिकों को अपना वेटिग एरिया को विस्तारित करने का निर्देश जारी किया है। इन क्लीनिकों में हाथ धोने की सुविधा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है।