सिर्फ भाषण तक ही रह गया शाहाबाद प्रमंडल का मुद्दा
भोजपुर । प्रदेश और देश के राजनीतिक क्षितिज पर भोजपुर के राजनीतिज्ञों की हर समय पहचान रह
भोजपुर । प्रदेश और देश के राजनीतिक क्षितिज पर भोजपुर के राजनीतिज्ञों की हर समय पहचान रही है। कोई भी ऐसा दल नहीं है, जिसमें यहां के लोगों की महत्वपूर्ण भागीदारी न हो। कई स्वतंत्रता सेनानियों व महान विभूतियों का जन्म व कर्म स्थल रहा है यह धरती। बाबू कुंवर सिंह की इस धरती की सूबे के राजनीति में एक अलग पहचान है। मसलन बाबू कुंवर सिंह, राजा राधिका रमण सिंह, बाबू जगजीवन राम, डा.रामसुभग सिंह,अंबिका शरण सिंह, सरदार हरिहर सिंह, एल.पी.सिंह, अनंत प्रसाद शर्मा, रामानंद तिवारी और न जाने कितने लोगों का जन्म व कर्मभूमि रहा है। मगर दुर्भाग्य देखिये। शाहाबाद को प्रमंडल बनाने का मुद्दा विभिन्न राजनीतिज्ञ दलों के 'नेताओं' के भाषण तक हीं रह गया है। जबकि बिहार के अन्य सभी पुराने जिले प्रमंडल बना दिये गये हैं, तो इस क्षेत्र के प्रति उदासीनता क्यों?