प्रवासी मजदूरों को मनरेगा से मिल रहा काम
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश भर में हुए लॉकडाउन को लेकर अपने गांव पहुंचे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्य योजना तैयार की है जिसमें अकुशल और कुशल मजदूरों के लिए रोजगार का दरवाजा खोल दिया गया है।
आरा। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश भर में हुए लॉकडाउन को लेकर अपने गांव पहुंचे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्य योजना तैयार की है, जिसमें अकुशल और कुशल मजदूरों के लिए रोजगार का दरवाजा खोल दिया गया है। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना में अकुशल मजदूरों को रोजगार दिया गया है तो दूसरी ओर कुशल श्रमिकों के लिए निर्माण कार्य चालू करा दिए गए है। जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा और उप विकास आयुक्त हरिनारायण पासवान ने जिले में मनरेगा योजना से चार लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना से अकुशल मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है। जबकि कुशल श्रमिकों के लिए भवन निर्माण विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, पीएचईडी विभाग के अलावा सभी ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण, जल जीवन हरियाली से जुड़ी योजनाएं चालू करा दी गई है। मनरेगा से 20,772 परिवारों के 23,755 मजदूरों को रोजगार प्रदान किया गया है। मनरेगा का दायरा नए प्रवासी मजदूरों के लिए और बढा़या जाएगा। प्रवासी मजदूरों के लिए 11,401 नए जॉब कार्ड बनाया गया है। जिले के 228 ग्राम पंचायतों में 7,209 मनरेगा योजनाओं को चालू किया गया गया है। जिले में नए 84 आंगबाड़ी केंद्रों को बनाए जाने की कवायद तेज कर दी गयी है । जिन पंचायतों में जमीन की उपलब्धता है, वहां 38 आंगनबाड़ी की योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इसके अलावा शेष 44 आंगनबाड़ी की भी प्रशासनिक स्वीकृति की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। जिले में कुल 224 जल संचयन संबंधी संरचनाओं के जीर्णोद्धार की योजनाएं शुरू की गयी है, जिनमें सार्वजनिक आहर, पईन तथा खेत के करहों की उड़ाही पर •ाोर दिया जा रहा है। भू-जल स्तर को बनाए रखने तथा खेती के लिए वर्षा जल संचयन हेतु 12 चेक डैम बनाने का कार्य भी शुरू किया गया है। जिले के कुल 12 प्रखंडों यथा कोइलवर, संदेश, अगिआंव, सहार, तरारी, पीरो, चरपोखरी, उदवंतनगर, बिहियां, शाहपुर, जगदीशपुर और आरा सदर में कुल 12 चेक डैम पर कार्य शुरू हो गया है। साथ ही एक एकड़ से कम के सार्वजनिक जलाशयों यथा पोखर, तालाब इत्यादि के जीर्णोद्धार की कुल 47 योजनाएं शुरू की गई है।