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माले समर्थक के बेटे की गला रेतकर हत्या

भोजपुर के सहार थाना अंतर्गत बरूही गांव में अज्ञात अपराधियों ने भाकपा-माले समर्थक के बेटे की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Mar 2019 10:41 PM (IST)Updated: Wed, 13 Mar 2019 10:41 PM (IST)
माले समर्थक के बेटे की गला रेतकर हत्या
माले समर्थक के बेटे की गला रेतकर हत्या

आरा। भोजपुर के सहार थाना अंतर्गत बरूही गांव में अज्ञात अपराधियों ने भाकपा-माले समर्थक के बेटे की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को बरूही जंगल (दियारा क्षेत्र) में छिपाकर फरार हो गए। बुधवार की सुबह गायब युवक का शव बरामद किया गया। जिसके बाद आक्रोशित भाकपा-माले समर्थकों ने करीब पांच घंटे तक शव को रोककर हो-हंगामा किया। हंगामा कर रहे भाकपा-माले समर्थक अपराधियों की गिरफ्तारी व मुआवजा की मांग कर रहे थे। पिता ने संबंधित थाना में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध केस दर्ज कराया है। घटना का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है। संध्या समय शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल, आरा में कराया गया। मृतक के गर्दन पर जख्म के गहरे निशान पाए गए है। मृतक मुन्ना राम (30 वर्ष) बरूही गांव निवासी बंगरू राम का पुत्र था। बरूही गांव निवासी मुन्ना राम मंगलवार की शाम में ही घर से घूमने के लिए निकला था। रात तक नहीं लौटने पर परिजनों द्वारा काफी खोजबीन की गई। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस बीच बुधवार की सुबह दस बजे बरूही जंगल से शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। इसके बाद वहां भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर सहार थानाध्यक्ष हरेन्द्र कुमार भी दल-बल के साथ वहां पहुंच गए। लेकिन मौके पर पहुंचे भाकपा-माले समर्थकों ने शव को उठाकर ले जाने से रोक दिया।

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बरूही दियर के जंगल में मारे गए मुन्ना का शव करीब पांच घंटे बाद उठ सका। इस दौरान ग्रामीणों समेत पुलिस की भीड़ लगी रही। भाकपा-माले के प्रखंड सचिव उपेन्द्र भारती एवं राम किशोर राय के नेतृत्व में गुस्साए ग्रामीण अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी एवं पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी, आवास योजना, पांच डिसमिल जमीन देने की मांग कर रहे थे। माले नेता ने कहा कि प्रशासन की उदासीनता के कारण अक्सर बरूही दियर के जंगल में हत्या की घटनाएं घटित होती रहती है। दो वर्ष पूर्व माले समर्थक राजेन्द्र महतो की हत्या इसी जंगल में की गई थी। फिर भी पुलिस द्वारा गश्ती नहीं की जाती है। जिसके कारण अपराधी बेखौफ घूमते रहते हैं। उन्होंने प्रशासन से मामले की जांच करते हुए दोषी को चिह्नित कर उचित करवाई करने की मांग की है।

बरूही निवासी बंगरू राम को कुल चार पुत्र थे। जिसमें मुन्ना राम सबसे पड़ा था। बड़े बेटे की हत्या के बाद नारायण राम, कुंदन राम, चंदन कुमार सहित दो पुत्री गुड़िया कुमारी व चन्नी कुमारी जीने का सहारा बच गई है। बेटे के वियोग में मां उर्मिला देवी व पिता का रो-रोकर बुरा हाल था।

बरूही गांव के बंगरू राम, उनकी पत्नी उर्मिला देवी एवं पुत्र कुंदन कुमार मंगलवार को एक शादी समारोह में भाग लेने चले गए थे। घर में उनकी पुत्री गुड़िया कुमारी एवं चन्नी कुमारी थी। जिसके कारण रात्रि में मुन्ना राम के नहीं लौटने पर किसी प्रकार की अधिक खोजबीन नहीं की गई थी। बुधवार की सुबह बंगरू राम के आने के बाद फिर खोजबीन शुरू हुई, तब मुन्ना का शव बरामद हुआ। मृतक के पिता बंगरू राम ने बताया कि मुन्ना की हत्या के बाद परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट गया है। पुत्री गुड़िया कुमारी की शादी 21 मई को होनी थी। इस बीच बेटे का कत्ल कर दिया गया। इधर, शाम चार बजे तरारी के माले विधायक सुदामा प्रसाद, बीडीओ मनीष कुमार, अंचला अधिकारी अशोक कुमार चौधरी, थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार द्वारा वार्ता के बाद पीड़ित परिवार को तत्काल कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार रुपया दिया गया। बीडीओ मनीष कुमार ने बताया कि पीड़ित परिवार को तत्काल तीन हजार की राहत राशि दी गई है। परिवारिक लाभ के तहत बीस हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा।


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