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खरीफ बीता, रबी शुरू पर किसानों को नहीं मिला डीजल अनुदान

भोजपुर । खरीफ का मौसम गुजर गया, रबी फसल की खेती शुरू हो रही है और किसानों को मिलने

By Edited By: Published: Fri, 27 Nov 2015 10:29 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2015 10:29 PM (IST)
खरीफ बीता, रबी शुरू पर किसानों को नहीं मिला डीजल अनुदान

भोजपुर । खरीफ का मौसम गुजर गया, रबी फसल की खेती शुरू हो रही है और किसानों को मिलने वाली राशि आधा से ज्यादा सरकारी कोष में पड़ी है। सरकारी दफ्तर का चक्कर लगाते-लगाते थक चुके किसान अब रबी की खेती जुट गये। यह हाल है भोजपुर में खरीफ मौसम के लिये मिले डीजल अनुदान राशि का। राज्य सरकार ने एक बार फिर रबी फसल के लिये डीजल अनुदान की घोषणा की है और घोषणा से आर्थिक संकट से जूझ रहे किसानों को एक बार फिर उम्मीद की नयी किरण जगी है।

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यह विदित है कि खरीफ से ही ¨सचाई का आफत झेल रहे किसानों को रबी फसल में भी राहत नहीं मिली। तबाही एक कदम और आगे बढ़कर उनकी माली हालत को आर्थिक संकट का नासूर बना दिया। खेतों में उड़ रहे धूल व खेतों से गायब नमी के कारण रबी फसल की अब तक बुआई नहीं हो सकी हो। खेतों का पटवन कर चना, मंसूर और खेसारी की बुआई हो रही है। राज्य सरकार ने हालत को देखते पटवन के लिये सब्सिडी देने की घोषणा भी कर दी है। परंतु कृषकों की बिगड़ती स्थिति में मदद के तौर पर डीजल अनुदान की राशि अधिकारियों की पारदर्शिता के अभाव में उन तक समय पर नहीं पहुंच पा रही है। इस सच्चाई का बानगी खरीफ 2015 में ¨सचाई के लिये जिले को मिली डीजल अनुदान की राशि है। खेतों की ¨सचाई के लिये मिली डीजल अनुदान की राशि का हकिकत यह है कि अभी आवंटित आधी राशि का कोषागार से निकासी ही नहीं हो पाया है। किसानों के मिलने वाली राशि अभी सरकारी खजाने में पड़ी है। इसे सिस्टम का दोष कहें अथवा अधिकारियों के बीच पारदर्शिता का अभाव। दोनों परिस्थिति में किसान मारे जा रहे और पदाधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी-जवाबदेही फेंक रहे है। डीजल अनुदान मद में जिले को 5 करोड़ 90 लाख 84 हजार का आवंटन मिला। परंतु मात्र 2 करोड़ 58 लाख 3 हजार रुपये ही कोषागार से निकासी हुई। वह भी निकाली गई राशि शत-प्रतिशत किसानों के बीच नहीं बट पाई। 36 लाख 67 हजार रुपये प्रखंडों में पड़े हैं। सरकारी खजाने कोषागार में 3 करोड़ 74 लाख 64 हजार राशि अभी भी यथावत है। डीजल अनुदान के लिये प्रखंडों में 36 हजार 970 आवेदन पड़े। इसमें से मात्र 28 हजार 974 आवेदनों की ही जांच कर स्वीकृति मिली और स्वीकृति आवेदनों में केलव 20 हजार 911 किसानों को ही डीजल अनुदान का लाभ मिल सका। अभी भी उस दौरान पड़े आवेदनों में से 16 हजार 59 किसानों को डीजल अनुदान की राशि नहीं मिल पाई है। कोषागार से निकाली गई राशि में से 1 करोड़ 71 लाख 5 हजार रुपये किसानों के बीच बांटे गये है।

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किस प्रखंड को मिला कितना आवंटन :

प्रखंड राशि

आरा 2527021

बड़हरा 1427473

कोईलवर 1932653

संदेश 3720851

उदवंतनगर 5118980

सहार 1935239

अगिआंव 4468073

पीरो 7842021

तरारी 7525985

चरपोखरी 4447326

गड़हनी 4490699

जगदीशपुर 9190965

शाहपुर 916797

बिहिया 3503917

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कहां पड़े कितने आवेदन :

आरा में 1734, बड़हरा में 576, कोईलवर में 1637, संदेश में 2730, उदवंतनगर में 2830, सहार में 687, अगिआंव में 1105, पीरो में 3940, तरारी में 7935, चरपोखरी 3230, गड़हनी में 1759, जगदीशपुर में 4478, शाहपुर में 1078 एवं बिहिया में 3251 आवेदन डीजल अनुदान के लिये पड़े है।

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बाक्स--------------

'विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता के कारण आयोग के आदेश पर डीजल अनुदान के वितरण पर रोक लगा दिया गया था। चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के उपरांत अब सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारियों को डीजल अनुदान की राशि वितरण के लिये आदेश दे दिया गया है। अब डीजल अनुदान वितरण में तेजी आयेगी। जिला स्तर से भी इसकी नियमित मानिटरिेंग की जा रही है।'

राम गो¨वद ¨सह

जिला कृषि पदाधिकारी, भोजपुर


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