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लॉकडाउन में ढील के साथ बढ़ा हत्या का ग्राफ

लॉकडाउन-4 में ढील मिलने के साथ ही भोजपुर जिले में हत्या के ग्राफ में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यहां तक कि तमाम चौकसी के बाद भी अपराधियों ने सेंधमारी और चोरी की घटनाओं को भी अंजाम दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 09:40 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 09:40 PM (IST)
लॉकडाउन में ढील के साथ बढ़ा हत्या का ग्राफ
लॉकडाउन में ढील के साथ बढ़ा हत्या का ग्राफ

आरा। लॉकडाउन-4 में ढील मिलने के साथ ही भोजपुर जिले में हत्या के ग्राफ में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यहां तक कि तमाम चौकसी के बाद भी अपराधियों ने सेंधमारी और चोरी की घटनाओं को भी अंजाम दिया है। हालांकि, लूट और डकैती की घटनाओं में कमी आई है। यह हम नहीं बल्कि अप्रैल और चालू मई के आंकड़े खुद बयां कर रहे है। ढील का आलम यह हैं कि हत्या की वारदातें पहले से दोगुनी हो गई है। चालू मई मई को ही लें तो हत्या का आंकड़ा 10 तक पहुंच गया है। जबकि, महीना गुजरने में अभी एक हफ्ते शेष है।

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पांच महीने के अंदर हुआ 42 मर्डर पर मई में बढ़ा आंकड़ा

अगर सरकारी आंकड़े पर गौर करें तो पांच महीने के अंदर हत्या की करीब 42 घटनाएं घटित हुई है। हालांकि, मार्च और अप्रैल में कम लाशें गिरी है। सरकारी आंकड़े के अनुसार जनवरी में 10 और फरवरी में हत्या की 13 घटनाएं घटित हुई थी। हालांकि, मार्च में चार हत्या और अप्रैल में पांच घटनाएं घटित हुई थी। लॉकडाउन फोर यानी चालू महीने में अब तक का हत्या की 10 घटनाएं घटित हो चुकी हैं। मार्च और अप्रैल की अपेक्षा मई में हत्या का ग्राफ सीधे दोगुना हो गया है।

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लूट और डकैती की घटना के ग्राफ में आई कमी

लॉकडाउन के दौरान लूट और डकैती की घटनाओं में कमी दर्ज की गई है। फरवरी की अपेक्षा मार्च महीने में वृद्धि ही दर्ज की गई है। सरकारी रिकार्ड के अनुसार जनवरी में लूट की 14 और फरवरी महीने में लूट की चार घटनाएं दर्ज हुई थी। अगर मार्च के आंकड़े पर गौर करें तो लूट की छह घटनाएं घटित हुई थी। लेकिन, अप्रैल में लूट की शून्य घटनाएं घटित हुई है। डकैती पर नजर डालें तो जनवरी में एक, फरवरी में शून्य रिपोर्ट दर्ज हुआ था। अगर मार्च पर गौर करें तो डकैती के दो मामले दर्ज हुए थे। इसी तरह अप्रैल में डकैती की घटनाओं का ग्राफ शून्य रहा है।

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घरों में लॉकडाउन के बाद भी चोरी और गृहभेदन की वारदातें

अगर चोरी और गृहभेदन की घटनाओं पर नजर डालें तो मार्च महीने में जनवरी और फरवरी का भी रिकार्ड टूट गया था। चार महीने के अंदर जिले में चोरी की 266 और गृहभेदन की 46 घटनाएं घटित हुई है। माहवार देंखे तो चोरों ने जनवरी में चोरी की 82,सेंधमारी की 14, फरवरी में चोरी की 95 और सेंधमारी की 12 घटनाओं को अंजाम दिया है। अगर हम मार्च महीने पर नजर डालें तो चोरी की 84 और सेंधमारी की 17 घटनाएं घटित हुई थी। इसी तरह अप्रैल महीने में चोरी की करीब 50 और गृहभेदन की पांच घटनाएं घटित हुई थी।यह आंकड़ा जनवरी और फरवरी की अपेक्षा कम जरूर है। लेकिन, चोर तमाम सख्ती के बावजूद वारदातों को अंजाम देते रहे।

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हत्या की घटनाओं पर एक नजर

महीना संख्या

जनवरी - 10

फरवरी - 13

मार्च- 04

अप्रैल- 05

मई - 10

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