रिमझिम बारिश से किसानों के खिले चेहरे
भोजपुर में गुरुवार की आधी रात से शुरू हुई रिमझिम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।
आरा। भोजपुर में गुरुवार की आधी रात से शुरू हुई रिमझिम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। इस बारिश से रबी फसल को काफी लाभ हुआ है। भले ही तिलहन एवं आम की फसल को आंशिक नुकसान हुआ हो, लेकिन गेहूं, चना, मसूर, मटर एवं खेसारी की फसलों को काफी लाभ हुआ है। इस साल जिले में 88 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई है। इसी तरह से दलहन की फसल में चना 8500 हेक्टेयर में, दस हजार हेक्टेयर में मसूर, 10 हजार हेक्टेयर में मटर तथा पांच हजार हेक्टेयर में तिलहन की खेती हुई है। यदि मौसम का मिजाज इसी तरह अगले दो-तीन दिनों तक और बना रहा और बारिश होती रही तो दलहनी फसल को नुकसान होने की संभावना जताई गई है। इससे तिलहन की फसलों में लाही के प्रकोप होने का खतरा बढ़ जाएगा। कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ. पीके द्विवेदी ने कहा कि इस बारिश से रबी फसल को कहीं से नुकसान होने की संभावना नहीं है। यदि बारिश के साथ ओले गिरते तो खड़ी फसल को नुकसान हो सकता था, लेकिन भोजपुर में कहीं भी ओला गिरने की सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि सरसों एवं आम की फसल को आंशिक नुकसान उठाना पड़ेगा। इससे कोई खतरा नहीं है। झड़े हुए फूल की जगह पुन: नए फूल आ जाएंगे और फसल प्रभावित नहीं होगी।
शुक्रवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। सुबह से यहां कभी तेज फुहार तो कभी रुक-रुककर रिमझिम बारिश होती रही। बादल गरजनें के साथ हवा की रफ्तार भी तेज थी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले 48 घंटों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। बता दें कि यहां बीते दो दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा था। मौसम वैज्ञानिक डॉ. पीके द्विवेदी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम बदला है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने से नौ फरवरी तक मौसम ऐसे ही बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, बारिश की वजह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी कमी भी आएगी।
चिकित्सकों के अनुसार पहले बारिश और फिर धूप होने से सर्दी, खांसी, बुखार का खतरा रहता है। वायरल फीवर, अकड़न, सांस, दमा के मरीजों कोविशेष सावधानी बरतनी चाहिए। बारिश में भीगने से बचना चाहिए। सुबह और शाम पूरे कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें। लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है,
विशेषकर बच्चों की सेहत पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
शुक्रवार को हुई बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है। सड़कों पर जलजमाव हो गया है। शहर की कई गलियों में घुटनेभर पानी जमा है। कीचड़ से सनी सड़कों पर पैदन चलना दुश्वार हो गया है। शहर के गोला मुहल्ला, बाजार समिति, गांगी, गोढ़ना रोड, स्टेशन रोड, कतिरा, डीएम कार्यालय से लेकर बाजा शोरूम तक सड़कें पैदल चलने लायक नहीं थी।