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फाय¨रग कर व्यवसाई से मांगी रंगदारी, दो गिरफ्तार

आरा। मुफस्सिल थाना के पिपरहिया गांव स्थित एक दुकान पर पिस्तौल का भय दिखाकर एक व्यवसाई से 50 हजार रुपये रंगदारी मांगी गई। इसके बाद रंगदारी नहीं दिए जाने पर अपराधियों ने फाय¨रग कर पांच हजार रुपये नकद समेत किराना सामान ले लिए। इस दौरान जान से मारने की धमकी भी दी गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 07:25 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 07:25 PM (IST)
फाय¨रग कर व्यवसाई से मांगी रंगदारी, दो गिरफ्तार
फाय¨रग कर व्यवसाई से मांगी रंगदारी, दो गिरफ्तार

आरा। मुफस्सिल थाना के पिपरहिया गांव स्थित एक दुकान पर पिस्तौल का भय दिखाकर एक व्यवसाई से 50 हजार रुपये रंगदारी मांगी गई। इसके बाद रंगदारी नहीं दिए जाने पर अपराधियों ने फाय¨रग कर पांच हजार रुपये नकद समेत किराना सामान ले लिए। इस दौरान जान से मारने की धमकी भी दी गई। बाद में पुलिस ने छापेमारी कर रंगदारी व फाय¨रग में संलिप्त दो अपराधियों को धर दबोचा गया। पकड़े गए अपराधियों में से एक का आपराधिक इतिहास भी रहा है। इसकी जानकारी भोजपुर एसपी आदित्य कुमार ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में पिपरहिया गांव निवासी राम बाबू यादव के पुत्र तोता यादव उर्फ अशोक यादव तथा दुखित यादव को गिरफ्तार किया गया है। इसमें तोता यादव का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है।

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50 हजार रुपये मांगी थी रंगदारी:

पुलिस के अनुसार आठ नवम्बर को पिपरहिया गांव निवासी जितेन्द्र साह के दुकान पर हथियार बंद अपराधी गए थे। इसके बाद हथियार का भय दिखाकर पचास हजार रुपये रंगदारी टैक्स की मांग की थी। रंगदारी नहीं दिए जाने पर फाय¨रग कर बिक्री का पांच हजार नकद तथा तेल का डब्बा दुकान से छीन लिया गया था। दहशत फैलाने का प्रयास किया गया था। बाद में सूचना मिलने पर सदर एसडीपीओ पंकज कुमार के.नेतृत्व में टीम ने छापेमारी कर तोता यादव व उसके भाई दुखित यादव को गिरफ्तार कर लिया। टीम में इंस्पेक्टर रविन्द्र राम, दारोगा कमलेश पासवान ,दारोगा संतोष कुमार , एएसआई आलोक कुमार व नागेश्वर ¨सह शामिल थे। इसे लेकर दर्ज केस में तोता यादव, दुखित यादव व गोरख यादव को आरोपी बनाया गया है।

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पहले से भी तीन केसों में दागी रहा है तोता यादव:

एसपी के अनुसार, गिरफ्तार तोता यादव का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है। पूर्व में 15 फरवरी 2018 को रंगदारी के लिए ट्रैक्टर चालक को भी गोली मार दी थी। जिसे लेकर रंगदारी व आ‌र्म्स एक्ट का केस दर्ज हुआ था। उससे पहले 21 सितंबर 2016 को भी रंगदारी का केस हुआ था। एक मई 2015 को भी उस पर मारपीट का केस दर्ज हुआ था। पूर्व में भी जेल जा चुका है। एक अन्य सहयोग गोरख यादव फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है।


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