नवजात शिशु को मिली ममता की छांव
नवजात शिशु को जन्म के बाद एक कलयुगी मां ने उसे धान की खेत में फेंक कर फरार हो गई। संयोग से ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी तो उसे मां का आंचल नसीब हो सका।
भोजपुर। नवजात शिशु को जन्म के बाद एक कलयुगी मां ने उसे धान की खेत में फेंक कर फरार हो गई। संयोग से ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी तो उसे मां का आंचल नसीब हो सका। उक्त वाक्या जगदीशपुर प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी आयर पंचायत स्थित कहथु गांव की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार को अहले सुबह जब ग्रामीणों को खेत में एक नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनाई दी तो इस बात की जानकारी गांव वालों को दी गई जिसके बाद देखते ही देखते लोगों की भीड़ जुट गयी। नवजात मिलने से इलाके मे कई तरह की चर्चाएं हो रही थी। इसी बीच कहथु गांव के महादलित टोला निवासी राम ईश्वर मुसहर की पत्नी बऊडी देवी पहुंची लावारिस हालत में खेत मे रोते-बिलखते नवजात शिशु को देख उस महिला की ममता जाग उठी और उसने सभी के सामने नवजात शिशु को अपनाने का प्रस्ताव रखा। स्थल पर मौजूद पश्चिमी आयर पंचायत के मुखिया राजू ¨सह सहित काफी संख्या मे उपस्थित लोगों के बीच पालन पोषण के लिए नवजात को उक्त महिला को सौंप दिया गया। महिला की सराहना करते हुए स्थानीय मुखिया राजु ¨सह ने महिला को हर तरह का मदद देने का वादा किया। मुखिया की मदद से नवजात शिशु को उपचार के लिए अनुमंडलीय अस्पताल मे भर्ती कराया गया।