भोजपुर में प्रवासियों के लिए बने 57 क्वारंटाइन सेंटर, 4,560 बेडों की व्यवस्था
बिहार के बाहर से स्पेशल ट्रेन से भोजपुर पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों और छात्रों के लिए जिले में कुल 57 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं जहां बेडों की संख्या 4560 है। ये क्वारंटाइन सेंटर प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायतों में बनाए गए हैं। आने वाले लोगों की देख- भाल एवं सुरक्षा के मद्देनजर दंडाधिकारी के नेतृत्व में सशस्त्र बलों की तैनाती की गई है।
आरा। बिहार के बाहर से स्पेशल ट्रेन से भोजपुर पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों और छात्रों के लिए जिले में कुल 57 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जहां बेडों की संख्या 4,560 है। ये क्वारंटाइन सेंटर प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायतों में बनाए गए हैं। आने वाले लोगों की देख- भाल एवं सुरक्षा के मद्देनजर दंडाधिकारी के नेतृत्व में सशस्त्र बलों की तैनाती की गई है। क्वारंटाइन किए गए लोग मटरगश्ती के लिए सेंटर से बाहर नहीं निकलें, एहतियातन उन पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाए गए है। सभी केंद्रों को सैनिटाइज किया जा रहा है। प्रवासी मजदूरों एवं छात्रों के स्वास्थ्य की जांच के लिए मेडिकल टीम को भी प्रतिनियुक्त किया गया है, ताकि उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच की जा सके। इनके रहने एवं खाने का उचित प्रबंध किया गया है। संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। केंद्रों पर भोजन, वस्त्र आदि की व्यवस्था की जिम्मेवारी संबंधित अंचलाधिकारी को सौंपी गई। प्रत्येक क्वारंटाइन सेंटर में 80 बेड की व्यवस्था की गई है। आरा पहुंचने पर सभी लोगों का मेडिकल चेकअप के बाद संबंधित प्रखंड मुख्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में 21 दिनों के लिए भेजा जाएगा। जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि प्रवासी मजदूरों एवं छात्रों के यहां पहुंचने को लेकर सारी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सभी लोगों को 21 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। केंद्रों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश जारी किया गया है। दंडाधिकारी के नेतृत्व में सशस्त्र बल एवं मेडिकल टीम को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है।
---
क्वारंटाइन सेंटर के मानकों का उल्लंघन करने वालों पर होगी दंडात्मक कार्रवाई
आरा: जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर पर रहने वाले लोगों के लिए मानकों का निर्धारण किया गया है। यदि कोई व्यक्ति क्वारंटाइन सेंटर से बाहर निकलता है अथवा घर जाने की कोशिश करता है तो उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।